Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 12:22 PM
प्याज के थोक व्यापारियों की मनमानी कहें या फिर हिमाचल प्रदेश व गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव, इस समय शहर कीमंडी व रेहडियों पर बिक रही सब्जियों में टमाटर लाल हो रहा है तो प्याज निकाल रहा है आंसू।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): प्याज के थोक व्यापारियों की मनमानी कहें या फिर हिमाचल प्रदेश व गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव, इस समय शहर कीमंडी व रेहडियों पर बिक रही सब्जियों में टमाटर लाल हो रहा है तो प्याज निकाल रहा है आंसू।
इस समय मंडी में टमाटर के साथ-साथ प्याज के दाम में आया भारी उछाल आम जनता के लिए मुसीबत का कारण बन चुका है। पिछले 3-4 दिनों में ही प्याज का रेट जहां उछलकर 30 से 50 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है, वहीं टमाटर 40 से उछलकर 80 रुपए किलो बिक रहा है।
व्यापारी वर्ग पर सवालिया निशान
सब्जी मंडी सूत्रों के मुताबिक राजस्थान व गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश व नासिक से देश भर की मंडियों में निर्यात होने वाले प्याज के दामों में अचानक तेजी आने से व्यापारी वर्ग की मनमानी पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है, क्योंकि पिछले 3 से 4 दिनों के अंदर प्रति किलो के भाव में बेतहाशा बढ़ौतरी होना, इस मनमानी को उजागर कर रहा है। अगर डीजल के भाव में बढ़ौतरी होती तो और बात थी, लेकिन एकमुश्त 32 से 42 रुपए प्रति किलो बढ़ा भाव सरकार की व्यापारियों से मिलीभगत होने की बात को सीधा उजागर कर रहा है।
सिर्फ नासिक में बचा स्टाक
जब इस संबंध में मंडी के थोक व्यापारियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि राजस्थान, मध्य प्रदेश व गुजरात से आने वाले प्याज की फसल का स्टाक खत्म हो चुका है। अब देशभर की मंडियों में जो प्याज आ रहा है, वह सिर्फ नासिक से आ रहा है। महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक भी अपनी मनमानी के दाम मांग रहे हैं। अगर स्थिति ऐसी रही तो और रेट बढ़ सकता है। उनका कहना है कि व्यापारी कम रेट पर अपना माल बेचने को तैयार नहीं हैं।
प्याज व टमाटर के साथ तड़का लगाना हुआ मुश्किल
सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने पहुंचे लोगों के अनुसार 5 दिन पहले पहले वह बाजार से 35 रुपए प्रति किलो के भाव से प्याज खरीद रहे थे, लेकिन आज प्याज खरीदने लगे हैं तो विक्रेता 50 रुपए बता रहे हैं।
आम पंजाबियों के घरों में ही नहीं बल्कि होटलों व ढाबों पर दाल व सब्जियों में प्याज व टमाटर के बगैर सब्जी अधूरी है। महंगे होने के बावजूद इसे खरीदना भी जरूरी है और अब भाव में बढ़ौतरी ने उनके घरेलू बजट को बिगाड़ कर रख दिया है। खरीदारों के मुताबिक सॢदयों में सब्जियों के दाम कम होते हैं लेकिन इस वक्त इनके बढ़े दाम चौंकाने वाले हैं।