Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Nov, 2017 03:14 PM
केंद्र सरकार की तरफ से अलग-अलग जरूरी वस्तुओं पर लगाए गए जी.एस.टी ने जहां पहले ही व्यापारियों सहित हर वर्ग को बड़ा झटका दिया है वहीं अब जे.ई.ई. (एडवांस) की रजिस्ट्रेशन फीस पर जी.एस.टी. लगने की खबर सुनते ही,....
गुरदासपुर (हरमनप्रीत): केंद्र सरकार की तरफ से अलग-अलग जरूरी वस्तुओं पर लगाए गए जी.एस.टी ने जहां पहले ही व्यापारियों सहित हर वर्ग को बड़ा झटका दिया है वहीं अब जे.ई.ई. (एडवांस) की रजिस्ट्रेशन फीस पर जी.एस.टी. लगने की खबर सुनते ही देश भर में लाखों विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में रोष फैल गया है। अगले साल होने वाले दाखिला टैस्ट पर जी.एस.टी. लगने के साथ ही सरकार ने दाखिला फीस में विस्तार कर दिया है जिस कारण देश के विद्यार्थियों पर बड़ा आॢथक बोझ पड़ेगा।
2.24 लाख विद्यार्थियों से वसूला जाएगा जी.एस.टी.
देश में हर साल 12वीं कक्षा की परीक्षा देने के बाद करीब 13 लाख विद्यार्थी जे.ई.ई. (मेन) की परीक्षा देते हैं जिसमें से मैरिट अनुसार योग्य ठहराए जाने वाले करीब 2.24 लाख विद्यार्थी जे.ई.ई. ( एडवांस) की परीक्षा देते हैं। इस परीक्षा में मैरिट में आने वाले पहले करीब 10 से 11 हजार विद्यार्थियों को देश की आई.आई.टीज में दाखिला मिलता है जबकि बाकी के विद्यार्थी अन्य संस्थाओं में जाते हैं। यह परीक्षा देने के लिए बहुत से विद्याॢथयों को पहले ही अलग-अलग संस्थाओं से महंगी कोचिंग लेनी पड़ती है और अब सरकार ने रजिस्ट्रेशन फीस बढ़ाकर विद्यार्थियों पर और बोझ डाल दिया है।
फीस में भी किया विस्तार
पिछले साल जे.ई.ई. (एडवांस) के दाखिले में सरकार ने जनरल वर्ग के विद्याॢथयों से 2400 रुपए फीस ली थी जबकि लड़कियों और एस.सी.-एस.टी./दिव्यांगों आदि से 1200 रुपए फीस ली थी परन्तु इस साल सरकार ने 200 रुपए का विस्तार कर जनरल उम्मीदवारों से 2600 रुपए और लड़कियों और एस.सी.-एस.टी./दिव्यांगों आदि से 1300 रुपए फीस लेने का फैसला किया है जिस पर जी.एस.टी. अलग लिया जाएगा।
मई में ली जानी है परीक्षा
वर्ष 2018 में दाखिले ली पहले सी.बी.एस. सी की तरफ से अप्रैल में जे.ई.ई. मेन परीक्षा के लिए जानी है जिसके बाद आई.आई.टी. कानपुर की तरफ से अगले साल के लिए की परीक्षा के लिए 20 मई निर्धारित की गई है। अगले साल के लिए अप्लाई करने की प्रक्रिया अगले महीने शुरू होने की संभावना है।
हमारे देश में पहले ही अमीर और गरीब के बीच बड़ा फर्क होने के कारण बहुत से विद्यार्थी आर्थिक तंगियों के चलते उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। चाहे सरकार की तरफ से विद्यार्थियों को मुफ्त शिक्षा देने सहित अन्य कई सहूलियतें दी जा रही हैं परन्तु फिर भी बहुत से योग्य विद्यार्थियों को पैसों की कमी के कारण जरूरी मौके ही नहीं मिलते। खासतौर पर जे.ई.ई. जैसे टैस्टों के लिए टैक्स लगाने की बजाय सरकार को इनकी फीस माफ करनी चाहिए।