Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 07:25 AM
दक्षिण भारत के शहरों में लागू बायोमाइनिंग प्रणाली को जालंधर नगर निगम द्वारा शहर में भी लागू किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं जिसके तहत कूड़े को ठिकाने लगाने वाला बायोमाइनिंग यूनिट शहर के मेन डम्प वरियाणा में स्थापित किए जाने की योजना है।
जालंधर (खुराना): दक्षिण भारत के शहरों में लागू बायोमाइनिंग प्रणाली को जालंधर नगर निगम द्वारा शहर में भी लागू किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं जिसके तहत कूड़े को ठिकाने लगाने वाला बायोमाइनिंग यूनिट शहर के मेन डम्प वरियाणा में स्थापित किए जाने की योजना है।
नगर निगम ने कुछ माह पहले इस कार्य में दिलचस्पी रखने वाली कम्पनियों से सम्पर्क करने हेतु नोटिस निकाला था जिसके आधार पर 5 कम्पनियों ने निगम से सम्पर्क किया। एक कम्पनी को दस्तावेज पूरे न होने के कारण रिजैक्ट कर दिया गया जबकि बाकी 4 कम्पनियों को आज प्रैजैंटेशन हेतु निगम परिसर बुलाया गया। निगम परिसर में हुई बैठक के दौरान कमिश्रर डा. बसंत गर्ग, एस.ई. कुलविंद्र सिंह व लखविंद्र सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर डा. शिखा भगत तथा सैनीटेशन शाखा के प्रमुख डा. श्रीकृष्ण उपस्थित हुए। चारों कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने बायोमाइनिंग की अलग-अलग तकनीकों से कार्य बारे जानकारी दी और अपने चल रहे प्रोजैक्टों बारे बताया। आने वाले समय में निगम द्वारा इस मामले में फैसला लिए जाने की उम्मीद है।