Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Nov, 2017 11:07 AM
अकाली-भाजपा सरकार के पिछले दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान पंजाब के नगर निकाय क्षेत्रों में हुए कामों की पोल अब स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू खोलेंगे। यह कवायद निकाय चुनाव की तारीक शुरु होने से पहले शुरु की गई है।
चंडीगढ़ः अकाली-भाजपा सरकार के पिछले दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान पंजाब के नगर निकाय क्षेत्रों में हुए कामों की पोल अब स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू खोलेंगे। यह कवायद निकाय चुनाव की तारीक शुरु होने से पहले शुरु की गई है।
सिद्धू ने 4 नगर निगमों तथा 3 नगर काऊंसिलों में हुए कार्यों के फोरेंसिक ऑडिट के निर्देश दिए हैं। जिस कंपनी को ऑडिट का काम सौंपा गया है,वह दिसंबर के पहले सप्ताह काम शुरु करेगी।
निकाय मंत्री अकाली-भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने 10 वर्षों में हुए कार्यों की पड़ताल करवाने की बात भी कही। पहले चरण में चार नगर निगमों जालंधर,लुधियाना,अमृतसर तथा पटियाला के साथ-साथ जीरकपुर,खरड़ और राजपुरा नगर काऊंसिलों के कामों की जांच भी की जाएगी। चंडीगढ़ के साथ लगते इस शहरों में पिछले 10 वर्षों में अंधाधुध निर्माण कार्य हुए हैं। यहां की मल्टी स्टोरी इमारतें भी सिद्धू के निशानों पर हैं। फोरेंसिक ऑडिट में बुनियादी ढांचे से संबंधित जांच का काम प्रमुख तौर पर है। सड़कों के सैंपल लेकर यह जांच की जाएगी कि यह स्पेसिफिकेशन के मुताबिक बनी है या नहीं। बिल्डिंग के निर्माण में बिल्डिंग बायलॉज उल्लंघन की जांच की जाएगी।
सीवरेज बोर्ड और ट्रस्टों की भी होगी पड़ताल
जालंधर,पटियाला,लुधियाना तथा अमृतसर में इंप्रूवमैंट ट्रस्टों और सीवरेज बोर्डों द्वारा करवाए काम का भी फोरेंसिक ऑडिट करवाया जाएगा।
सिद्धू की जांच से अधिकारियों में हड़कंप
फोरेंसिक ऑडिट की खबर से स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों में हडकंप मच गया है क्योंकि इतनी गहन पड़ताल से सब कुछ सामने अा जाएगा। इसके बाद कई अधिकारियों तथा ठेरेदारों के असमें फंसने की अशंका है। जांच की अांच 10 वर्षों के दौरान सत्ता में बैठे लोगों तक भी पहुंच सकती है।