Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 04:18 PM
कश्मीर घाटी में आए दिन आतंकवादियों की घुसपैठ व गोलाबारी के मामला थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, वहीं घाटी में आतंक फैलाने हेतु सरहद पार के विभिन्न प्रमुख आतंकी संगठन सक्रिय हैं जिन संगठनों के सदस्य कश्मीरी युवकों को भी गुमराह कर विद्रोह के लिए मजबूर...
अमृतसर (कक्कड़): कश्मीर घाटी में आए दिन आतंकवादियों की घुसपैठ व गोलाबारी के मामला थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, वहीं घाटी में आतंक फैलाने हेतु सरहद पार के विभिन्न प्रमुख आतंकी संगठन सक्रिय हैं जिन संगठनों के सदस्य कश्मीरी युवकों को भी गुमराह कर विद्रोह के लिए मजबूर कर हरे हैं। खतरनाक आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने की नई साजिशें तैयार कर रहा है।
जिक्रयोग्य है कश्मीर घाटी में विगत कुछ माह से शांति आतंकी संगठनों को हजम नहीं हो रही है तथा वह पुन: अपने आकाओं के आदेश पर आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने की साजिशें रच रहे हैं। जानकारी के अनुसार लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर में आतंकी घटनाओं को आपसी सहमती से अंजाम देने की तैयारी में हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित होने से बचाने के लिए सफल रही है और आई.एस.आई. द्वारा इसी का लाभ उठाकर मसूद अजहर को कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने की कमान सौंपी जा रही है।
जानकारी के अनुसार मसूद अजहर विगत 17 वर्षों से अब तक लगातार कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों का संचालन करने में सफल रहा है और इस दौरान अजहर ने अपनी कमान में सक्रिय आतंकवादियों की मदद से अनेक आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है जिस दौरान घाटी में भारी जानी और माली नुक्सान हुआ है। पता चला है कि अजहर जो कि इस समय पाकिस्तान में है वह घाटी में आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर में सक्रिय अपने एजैंटों के साथ लगातार सम्पर्क बनाए हुए है और इनमें अनेक ऐसे कश्मीरी युवक हैं जिनको अजहर के द्वारा जेहाद के नाम पर गुमराह किया गया है।
मसूद अजहर द्वारा इन लोगों में से ही कुछ ऐसे भी गु्रप बनाए गए हैं जो कि कश्मीर में सुरक्षा बल के जवानों पर पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा पत्थर फैंकने वालों के विरुद्ध जो सख्त कार्रवाई की गई थी उसके अंतर्गत विगत कुछ माह से कश्मीर में शांति चली आ रही है।