Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 04:25 PM
पंजाब की नौ जेलों में 1600 और चंडीगढ़ की जेल में 25 कैदी एचआईवी से पीड़ित हैं। यहीं नहीं नार्थ ईस्ट के आठ राज्य सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम व मेघालय की जेलों में काफी संख्या में कैद ऐसे हैं, जो एचआईवी से ग्रस्त...
चंडीगढ़: पंजाब की नौ जेलों में 1600 और चंडीगढ़ की जेल में 25 कैदी एचआईवी से पीड़ित हैं। यहीं नहीं नार्थ ईस्ट के आठ राज्य सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम व मेघालय की जेलों में काफी संख्या में कैद ऐसे हैं, जो एचआईवी से ग्रस्त हैं।
यह खुलासा इन जेलों में (नेशनल एड्रस कंट्रोल आर्गेनाइजेशन नाको) द्वारा कैदियों की करवाई गई स्क्रीनिंग से हुआ। इसके गंभीर परिणामों को देखते हुए अब नाको ने फैसला लिया है कि वे देश भर की जेलों में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग करवाएगा। इसके लिए संबंधित राज्यों सरकारों की एड्रस कंट्रोल सोसायटी की मदद ली जाएगी। यह काम दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पंजाब और चंडीगढ़ में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है, जबकि हरियाणा में भी अब इस अभियान का आगाज कर दिया गया है।
पंजाब में 50 हजार चंडीगढ़ में 800 कैदियों की स्क्रीनिंग
पंजाब और चंडीगढ़ में पहले से चल रहे इस अभियान के दौरान अभी तक जो परिणाम सामने आया है, वह चिंताजनक है। इस अभियान के तहत अभी तक पंजाब की 26 जेलों में से कपूरथला, गुरदासपुर, होशियारपुर, पटियाला, फरीदकोट, फिरोजपुर, अमृतसर, लुधियाना और बठिंडा की 9 जेलों में करीबन 50 हजार बंदियों व कैदियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है, जिसमें से 1600 कैदियों को एचआईवी पाया गया। उधर, चंडीगढ़ जेल में 800 कैदियों की स्क्रीनिंग में 25 एचआईवी ग्रस्त पाए गए।