Edited By Vatika,Updated: 28 Nov, 2019 04:36 PM
पंजाब की सरकारी प्रिंटिंग प्रैसों को आधुनिक बनाया जाएगा, जिससे इनको समय का साथी बनाया जा सके।
खन्ना (कमल): पंजाब की सरकारी प्रिंटिंग प्रैसों को आधुनिक बनाया जाएगा, जिससे इनको समय का साथी बनाया जा सके। पंजाब के प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग के मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने आज विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ की मीटिंग दौरान यह प्रकटावा किया।
धर्मसोत ने अधिकारियों को सरकारी प्रैसों का आधुनिकीकरण करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने की हिदायत देते कहा कि उन खरीद और छपाई के साथ संबंधित नियमों को भी फिर सुधारा जाए, जो आज के समय सार्थक नहीं रहे। उन्होंने कहा कि साल 1975 में प्रिंटिंग और स्टेशनरी संबंधित नियमों को फिर सुधारने के लिए कार्रवाई अमल में लाई जाए, जिससे पुरानी प्रक्रिया को आज के समय के हिसाब से अधिसूचित किया जा सके। धर्मसोत ने अधिकारियों को आदेश देते कहा कि छपाई और अन्य सामग्री खरीदने संबंधित किए टैंडरों में नियमों की समूची जानकारी देनी और टैंडरों का सार्वजनिक स्तर पर प्रचार करना यकीनी बनाया जाए। जिस विभाग के साथ संबंधित टैंडर जारी किया जाना है, टैंडर के साथ संबंधित समिति में संबंधित विभाग का एक नुमाइंदा भी शामिल किया जाए।
उन्होंने स्पष्ट करते कहा कि फ्लैट रेट /रेट कंट्रैक्ट करते समय यह यकीनी बनाया जाए कि यह एक ही समय 5-6 फर्मों के साथ किया जाए, जिससे एमरजैंसी स्थिति में छपाई आदि का कार्य जल्दी करवाया जा सके। प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग के मंत्री ने विभाग की तरफ से खरीदी जातीं 56 किस्मों की स्टेशनरी आइटमें घटाईं जाने और उन आइटमों को ही खरीदा जाए जो अत्यंत जरूरी हैं। उन्होंने निर्धारित बजट अनुसार ही स्टेशनरी खरीदने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि खरीदी गई आइटम का मानक चैक करने के लिए संबंधित फर्म की प्राइवेट मार्कीट में बिक रही आइटम के साथ समय-समय मिलान किया जाए। इस मौके प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग के सचिव वी.के. मीना, कंट्रोलर माध्वी कटारिया के अलावा विभाग के सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।