Edited By Vatika,Updated: 26 Apr, 2019 10:32 AM
पठानकोट नगर निगम द्वारा आए दिन किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में रहना आम बात हो गई है। कुछ दिन पूर्व ही सरना-मुकीमपुर के आसपास गांवों के लोगों द्वारा यह शिकायत की गई थी कि नगर निगम पठानकोट के कर्मचारी शहर से लाकर कूड़ा डम्प वाली जगह पर कूड़ा न फैंक...
पठानकोट(कंवल): पठानकोट नगर निगम द्वारा आए दिन किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में रहना आम बात हो गई है। कुछ दिन पूर्व ही सरना-मुकीमपुर के आसपास गांवों के लोगों द्वारा यह शिकायत की गई थी कि नगर निगम पठानकोट के कर्मचारी शहर से लाकर कूड़ा डम्प वाली जगह पर कूड़ा न फैंक कर सरना-मुकीमपुर मार्ग पर बीच रास्ते में ही कूड़ा फैंक कर चले जाते हैं। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इस बाबत जनक राज, गुरप्रीत सिंह, प्रवीन कुमार, देस राज आदि ने कहा कि नगर निगम की शहर का कूड़ा फैंकने वाली गाडिय़ों द्वारा सड़क की बजाय गांव मुकीमपुर के पास बिना किसी खौफ के निगम कर्मचारियों द्वारा नलवा नहर के पानी के बिल्कुल निकट फैंकने का मामला सामने आया है। जहां से यह कूड़ा नलवा नहर खाल के पानी में मिलकर सारा वातावरण दूषित कर रहा है। गौरतलब है कि धीरा से आर.डी. 33450 से निकलती यह खाल नहर सरना के आस-पास दर्जनों गांव के किसानों के लिए सिंचाई का एकमात्र साधन है, खाल के दोनों ओर बसे गांव की हजारों एकड़ जमीन की सिंचाई इसी पानी से की जाती है, किन्तु जबसे निगम ने मुकीमपुर के पास कूड़ा डम्प बनाया है, तब से कर्मचारियों द्वारा नहर के बीचों-बीच कूड़ा फैंक कर पानी को लगातार प्रदूषित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उक्त खाल नहर का पानी आगे जाकर रावी-व्यास लिंक नहर में मिल जाता है और उक्त नहर का पानी राजस्थान में सिंचाई तथा अन्य घरेलू उपयोग में लाया जाता है, परन्तु अफसोस इस बात का है कि नगर निगम व नहरी विभाग के उच्चाधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं, अगर यही हाल रहा तो नलवा नहर खाल में आने वाला पानी खेती योग्य नहीं रहेगा और आने वाले समय में हजारों एकड़ जमीन बंजर हो सकती है। जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम पठानकोट की होगी।