Edited By Vatika,Updated: 19 Feb, 2019 01:50 PM
शहर के साथ-साथ गांवों में भी बेसहारा पशुओं का आतंक जारी है। नजदीकी गांव रसूलड़ा में किसानों ने प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए एक सप्ताह में पशुओं की समस्या का हल न निकालने पर इन्हें पकड़कर एस.डी.एम. कार्यालय में छोडऩे का अल्टीमेटम दिया है।
खन्ना(अनमोल): शहर के साथ-साथ गांवों में भी बेसहारा पशुओं का आतंक जारी है। नजदीकी गांव रसूलड़ा में किसानों ने प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए एक सप्ताह में पशुओं की समस्या का हल न निकालने पर इन्हें पकड़कर एस.डी.एम. कार्यालय में छोडऩे का अल्टीमेटम दिया है।
प्रशासन की ढीली कार्यशैली तथा लापरवाही पर रोष प्रदर्शन करते हुए गांव के किसानों सतविंदर सिंह औजला, दलवीर सिंह राजू, प्रदीप सिंह, तेजिंदर सिंह गोगी, केवल सिंह, हरिंदरजीत सिंह गिल, प्रभजोत सिंह, कु लवंत सिंह, सतवीर सिंह, लाभ सिंह, नरिंदर सिंह ने कहा कि गांवों में बेेसहारा पशु झुंड बनाकर घूम रहे हैं। खेतों में फसलों की बर्बाद कर रहे हैं। वहीं ब‘चों के साथ-साथ बुजुर्गों व महिलाओं की जान को ज्यादा खतरा है। जब ये पशु खेतों में घुस जाते हैं तो कई एकड़ फसल बर्बाद कर देते हैं। रसूलड़ा गांव में अब तक करीब 100 एकड़ फसल बर्बाद की जा चुकी है, जिसके कारण अब दुखी होकर उन्हें रोष प्रदर्शन करना पड़ा।
इसके बाद भी अगर प्रशासन नहीं जाएगा तो एक सप्ताह के बाद वे गांव के सभी बेसहारा पशुओं को पकड़कर एस.डी.एम. कार्यालय में छोड़ देंगे, जिसका जिम्मेदार प्रशासन खुद होगा। किसानों के समर्थन में आए ब्लाक समिति मैंबर कुलविंदर सिंह औजला, पंच गुरदीप सिंह, पंच प्रदीप सिंह सोना ने कहा कि सचमुच बेसहारा पशुओं की समस्या अति गंभीर हो चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों की संबंधित गौशाला प्रबंधकों को सख्त निर्देश देकर इनका उचित हल निकालना चाहिए। किसान जिस प्रकार का भी आंदोलन करेंगे, वे उनके साथ हैं और इस समस्या का हल कराकर ही दम लिया जाएगा।