Edited By bharti,Updated: 19 Oct, 2018 12:28 PM
रेल डिब्बा कारखाना (रेडिका) कपूरथला में विशेष दौरे पर आए सदस्य रोलिंग स्टॉक रेलवे बोर्ड राजेश अग्रवाल को आर.सी.एफ. की...
कपूरथला (मल्ली): रेल डिब्बा कारखाना (रेडिका) कपूरथला में विशेष दौरे पर आए सदस्य रोलिंग स्टॉक रेलवे बोर्ड राजेश अग्रवाल को आर.सी.एफ. की मान्यता प्राप्त रेलवे कर्मचारी जत्थेबंदी आर.सी.एफ. इम्प्लाइज यूनियन (कपूरथला) के सदस्यों ने यह कहकर मीटिंग करने से इंकार कर दिया कि रेडिका प्रशासन (कपूरथला) ने उनको महज एक दिन पहले ही बताया, जबकि सदस्य रोलिंग स्टॉक रेलवे बोर्ड की आमद से पहले रेडिका की मान्यता प्राप्त जत्थेबंदी को समय पर निमंत्रण पत्र मिलना चाहिए था। आर.सी.एफ. इम्प्लाइज यूनियन नेता परमजीत सिंह खालसा, अमरीक सिंह, हरविंद्रपाल सिंह, प्रदीप सिंह, एम. भटनागर, संजीव वर्मा और बलदेव राज आदि ने रेडिका के एस.पी.ओ. एस.पी. मंडल के द्वारा सदस्य रोलिंग स्टॉक रेलवे बोर्ड राजेश अग्रवाल को अपनी मांगों के बारे में पत्र सौंपा।
आर.सी.एफ. इम्प्लाइज यूनियन के नेताओं ने बताया कि रेलवे बोर्ड की ओर से आते ही नुमाइंदों के साथ मीटिंग महत रिवायत ही बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि नुमाइंदे आर.सी.एफ. में आते हैं, आर.सी.एफ. के कर्मचारियों की मांगों पर सहमति जाहिर करते हैं, मांगों का समर्थ करते हैं और चले जाते हैं परंतु मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की नई भर्ती, एक्ट अप्रैंटिसों को आर.सी.एफ. में नई नौकरी, आर.सी.एफ. के गेटों पर अंडरब्रिज बनाने, एडमिन ब्लाक में 5 दिनों का सप्ताह करने, जन्मभूमि ट्रेन को आर.सी.एफ. में रोकना, आर.सी.एफ. ई.यू. को पी.आर.ई.एम. में शामिल करना आदि मांगों को रेलवे बोर्ड के सदस्यों को मांग पत्र के द्वारा बताया जा चुका है, जिन पर रेलवे बोर्ड के सदस्यों ने हर बार अपनी सहमति तो जाहिर की, परंतु 2-3 वर्षों से उन पर अमल शुरू नहीं हुआ और ये मांगें ज्यों की त्यों हवा में ही लटक रही हैं, जिसके कारण रेलवे कर्मचारियों व यूनियन नेताओं के मन में भारी रोष व निराशा पाई जा रही है।