Edited By swetha,Updated: 30 Jun, 2018 11:58 AM
कबरवाला थाना के मुख्य अफसर इंस्पैक्टर कुलदीप चंद शर्मा के नेतृत्व में की जांच के बाद आलमवाला में गत 24 जून को हुए सुरजीत सिंह के कत्ल के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि इस मामले में गांव की महिला सरपंच बलविंद्र कौर ने गांव के...
मलोट(जुनेजा): कबरवाला थाना के मुख्य अफसर इंस्पैक्टर कुलदीप चंद शर्मा के नेतृत्व में की जांच के बाद आलमवाला में गत 24 जून को हुए सुरजीत सिंह के कत्ल के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि इस मामले में गांव की महिला सरपंच बलविंद्र कौर ने गांव के तरसेम सिंह के साथ पुरानी रंजिश के चलते उसे कत्ल में फंसाने के लिए मृतक की बहन किरन कौर व जसवीर सिंह उर्फ निक्का को कत्ल के लिए तैयार करने के लिए लालच दिया, जिस पर निक्का ने सुरजीत सिंह का कत्ल कर दिया।
मलोट के एस.पी. इकबाल सिंह ने बताया कि 15 जून को मृतक सुरजीत सिंह पुत्र गुरमेल सिंह का झगड़ा पूर्व पंचायत मैंबर तरसेम सिंह के साथ हुआ था तथा सुरजीत सिंह सी.एच.सी. आलमवाला में दाखिल था, जिसकी 24 जून को मौत हो गई। मृतक के परिजनों के बयानों पर पूर्व मैंबर तरसेम सिंह उसके लड़के समेत 3 लोगों के विरुद्ध कत्ल का मुकद्दमा दर्ज करके तफ्तीश शुरू की गई, जिसमें सामने आया कि गांव की सरपंच बलविंद्र कौर ने पुरानी रंजिश के चलते तरसेम सिंह पर दबाव डालने के लिए जसवीर सिंह उर्फ निक्का व मृतक सुरजीत सिंह की बहन किरन कौर के साथ मिलकर 15 जून को हुए तरसेम सिंह के साथ झगड़े कारण अस्पताल में दाखिल सुरजीत सिंह का कत्ल करने की योजना बनाई।
बलविंद्र कौर ने किरन कौर व जसवीर सिंह उर्फ निक्का को कहा कि सुरजीत सिंह का कत्ल कर तरसेम सिंह विरुद्ध मामला दर्ज करवाएंगे। बाद में 5 लाख रुपए लेकर राजीनामा कर लेंगे, जिसमें से जसवीर और किरन को 2-2 लाख रुपए देने के साथ ही सुरजीत सिंह के मकान की किरन कौर पक्केतौर पर मालिक बन जाएगी। किरन की सहमति के साथ बलविंद्र कौर की ओर से बनाई गई स्कीम को अंजाम देने के लिए 23-24 जून की मध्य रात्रि को जसवीर सिंह निक्का ने शराब में नशीली गोलियां मिलाकर अस्पताल में सुरजीत सिंह को पिला दी और बेहोशी की हालत में जसवीर सिंह ने गले में दुपट्टा डालकर गला घोंट कर उसे मार डाला।
पुलिस ने इस मामले में दोषियों विरुद्ध कार्रवाई करके जसवीर सिंह निक्का को गिरफ्तार कर लिया और अदालत में पेश किया है।उल्लेखनीय है कि सुरजीत सिंह की मौत के बाद उसकी बहन किरन कौर ने विरोधी पार्टी के नेताओं को साथ लेकर हाईवे जाम करके चेतावनी दी थी कि दोषियों को गिरफ्तार न किया तो वह मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, परन्तु मलोट के एस.पी. इकबाल सिंह ने इस स्थिति को पूरी तरह कंट्रोल में करके अब जांच शुरू करवाई थी, जिसके बाद नया मोड़ आया है।