Edited By Anjna,Updated: 25 Apr, 2018 11:21 AM
फगवाड़ा में हुई जातीय हिंसा के दौरान दर्ज हुई पुलिस एफ.आई.आर. में नामजद हुए 7 दलित नेताओं के नाम आधिकारिक तौर पर पुलिस केस से रद्द करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सूत्रों ने इसकी पुष्टि कर दी है।
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा में हुई जातीय हिंसा के दौरान दर्ज हुई पुलिस एफ.आई.आर. में नामजद हुए 7 दलित नेताओं के नाम आधिकारिक तौर पर पुलिस केस से रद्द करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सूत्रों ने इसकी पुष्टि कर दी है। प्रकरण को लेकर एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा ने पत्रकारों से वार्तालाप के दौरान खुले मन से स्वीकारा है कि इस दिशा में पहल हुई है लेकिन पुलिस जांच कर रही है। अभी तक चली पुलिस जांच में उक्त दलित नेताओं की ङ्क्षहसा के दौरान भूमिका सामने नहीं आई है।
यदि ऐसा है तो पुलिस मैरिट पर कार्रवाई करते हुए इनके नाम पुलिस केस से रद्द कर देगी। इसी तर्ज पर एक पुलिस केस में धारा-307 भी हटा दी गई है और एक पुलिस इंस्पैक्टर को केस संबंधी जांच करने के कार्य से हटाया गया है। यह सब मैरिट पर निष्पक्ष पुलिस जांच के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिन 4 हिन्दू नेताओं को गिरफ्तार किया गया है उनके खिलाफ पुलिस को उस रात हुई फायरिंग संबंधी ठोस सबूत मिले हैं। इसी को आधार बना इनको गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अभी भी सारे मामले की जांच कर रही है।