Edited By swetha,Updated: 10 Dec, 2018 10:14 AM
गांव सिधवां दोनां, कपूरथला में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी करने के मामले में नामजद आरोपी को पुलिस ने काबू कर लिया है। धार्मिक स्थान का सेवादार ही आरोपी निकला। थाना सदर पुलिस की ओर से आरोपी से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि थाना सदर की पुलिस ने गांव...
कपूरथला(मल्होत्रा): गांव सिधवां दोनां, कपूरथला में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी करने के मामले में नामजद आरोपी को पुलिस ने काबू कर लिया है। धार्मिक स्थान का सेवादार ही आरोपी निकला। थाना सदर पुलिस की ओर से आरोपी से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि थाना सदर की पुलिस ने गांव सिधवां दोनां के भगवान वाल्मीकि मन्दिर के सेवादार की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता प्रितपाल सिंह पुत्र देसराज निवासी गांव सिधवां दोनां कपूरथला ने बताया कि वह 2 दिसम्बर की शाम को मन्दिर में पूजा-पाठ करने के बाद भगवान वाल्मीकि जी के ग्रंथ, रुमाला साहिब व पालकी में रखकर मन्दिर के दरवाजे को ताला लगाकर गया था। जब वह अगली सुबह मंदिर में पाठ करने आया, तो दरवाजा खुला हुआ था।
वहां पालकी साहिब में भगवान वाल्मीकि जी का योग वशिष्ट ग्रंथ नहीं था न ही पालकी साहिब के आगे रखी गोलक थी। कमरे में पड़ी लकड़ी की अलमारी में छोटे कम्बल व 6 रुमाले भी नहीं थे। मौके पर आए गण्यमान्य सज्जनों ने देखा कि मन्दिर की चारदीवारी के पास ग्रंथ योग वशिष्ट को आग लगी हुई थी। यह आग किसी शरारती तत्व की ओर से लगाई गई थी और वह धार्मिक सामान चोरी कर फरार हो गया था।
पुलिस की ओर से मामले को गंभीरता के साथ लेते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। पड़ताल के बाद यह सामने आया कि मंदिर के सेवादार प्रितपाल सिंह ही मुख्य आरोपी है। जब आरोपी को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की तो उसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने मन्दिर की आमदन कम होने के कारण यह सोची-समझी साजिश के तहत हरकत की है।