Edited By Sunita sarangal,Updated: 19 Sep, 2019 09:00 AM
शहर वासियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से नूरपुर दोनां में करोड़ों रुपए खर्च कर तैयार किया गया जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स आने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
कपूरथला(महाजन): शहर वासियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से नूरपुर दोनां में करोड़ों रुपए खर्च कर तैयार किया गया जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स आने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स में रोजाना सैंकड़ों की संख्या में लोग अपना कामकाज करवाने आते हैं, लेकिन प्रशासनिक काम्प्लैक्स के बिल्कुल बाहर सैप्टिक टैंक के दोनों खुले ढक्कन किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं, क्योंकि 10 से 15 फुट गहरे यह टैंक पिछले कई दिनों से यूं ही खुले पड़े हैं। इस नए जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स में डी.सी., माननीय जज सहित अन्य उच्चाधिकारियों का दफ्तर होने के कारण अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है।
इसके बावजूद सरेआम खुले टैंकों के ढक्कनों की ओर ध्यान न देना उनकी लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही का खमियाजा यहां काम करवाने आने वाले लोगों को भुगतना पड़ सकता है। गौर हो कि गत दिनों चलाई गई पौधारोपण की मुहिम के तहत डी.सी. डी.पी.एस. खरबंदा, माननीय जजों सहित अन्य उच्चाधिकारियों की ओर से नए जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स के आसपास पौधारोपण किया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी शायद किसी भी अधिकारी ने इस खुले ढक्कन को बंद करवाने की ओर ध्यान नहीं दिया या फिर देखकर अनदेखा कर दिया। हैरानी की बात तो यह है कि सैप्टिक टैंक के खुले यह ढक्कन महज जिलाधीश के दफ्तर से 50 से 60 फुट की दूरी पर हैं। इसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस संबंधी जब डी.सी. इंजी. डी.पी.एस. खरबंदा के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।