Edited By Vatika,Updated: 07 Dec, 2018 01:38 PM
नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा बनाई गई निगरान कमेटी की हुई मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए पर्यावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने चड्ढा शूगर मिल के मामले में चल रही जांच के बारे में अलग-अलग विभागों की ओर से तैयार की गई रिपोर्टों को खोला।
सुल्तानपुर लोधी: पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के दफ्तर में हुई मीटिंग में केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी चंद्रा बाबू ने ब्यास दरिया में चड्ढा शूगर मिल की लापरवाही के कारण घूले सीरे की सभी रिपोर्टें हासिल कीं। निगरान कमेटी ने कीड़ी अफगाना में मौके पर जाकर उस जगह का दौरा किया, जहां सीरे के भंडार में धमाका हुआ था और बड़े स्तर पर सीरा ड्रेन के द्वारा होते हुए ब्यास दरिया में मिल गया था, जिसके कारण बड़े स्तर पर मछलियों सहित अन्य जलीय जीवों की मौत हो गई थी।
चड्ढा शूगर मिल की लापरवाही के कारण घटित इस बड़े हादसे बारे ‘आप’ के बागी नेता भुलत्थ क्षेत्र से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने एन.जी.टी. में याचिका दायर की हुई थी। इस बारे में एन.जी.टी. की ओर से इस मामले की निगरान कमेटी को दी हुई है, जिसके मैंबर संत बलबीर सिंह सीचेवाल हैं। निगरान कमेटी ने पहली बार चड्ढा शूगर मिल जाकर उस जगह का दौरा किया, जहां सीरे के भंडार का बांध टूटा था।
जानकारी के अनुसार कीड़ी अफगानों में कमेटी की ओर से दौरा करने से पहले की गई मीटिंग में मिल के अधिकारी भी शामिल हुए थे। उनके पास भी निगरान कमेटी ने जानकारी कैसे सीरे को संभालने के प्रबंध किए हुए हैं। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से सीरा रिसाव के मामले में क्या-क्या पेशबंदियां की गईं, उस बारे में जानकारी ली गई। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि एन.जी.टी. को 3 महीनों में रिपोर्ट सौंपी जानी है और इस बारे पहले भी मीटिंगें हो चुकी हैं। याद रहे कि एन.जी.टी. की ओर से निर्धारित की गई निगरान कमेटी के मैंबर होते संत सीचेवाल ने सतलुज व ब्यास दरिया को दूषित करने के बारे में जो रिपोर्ट पेश की थी, उसके बाद पंजाब सरकार को 50 करोड़ रुपए का जुर्माना किया गया था। यह पहली बार हुआ था कि पंजाब के दरियाओं को दूषित करने के मामले में पंजाब सरकार को इतनी मोटी रकम का जुर्माना हुआ। इस जुर्माने को भुगतने और दरियाओं को साफ-सुथरा रखने के बारे में एन.जी.टी. में अगली पेशी 22 फरवरी, 2019 को होगी।