Edited By Vatika,Updated: 21 Aug, 2019 02:09 PM
गिदड़पिंडी सतलुज दरिया के बांध को पड़ी दरार को भरने का जिम्मा पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने संगत के साथ खुद संभाला है।
फगवाड़ाः गिदड़पिंडी सतलुज दरिया के बांध को पड़ी दरार को भरने का जिम्मा पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने संगत के साथ खुद संभाला है। वह दरार को बंद करने के लिए खुद डटे हुए हैं और साथ-साथ रैस्क्यू टीम की सहायता से सेवक बाढ़ पीड़ित लोगों को बचाने में लगे हुए हैं।
बाढ़ राहत कैंप किया स्थापित : डी.सी.
डी.सी. इंजी. डी.पी.एस. खरबंदा ने बताया कि गांव मंडाला में बांध टूट जाने के कारण सुल्तानपुर लोधी अधीन पड़ते गांवों के बाढ़ प्रभावित होने के खतरे के मद्देनजर प्रशासन की ओर से बहबल बहादुर (गुरुद्वारा साहिब) में बाढ़ राहत कैंप स्थापित किया गया है। लोगों को बाढ़ से बचाने और उनको राहत केन्द्र में लाने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। राहत केन्द्र में जिन 11 गांवों के लोगों को लाया जाएगा, उनमें जब्बोवाल, सुचेतगढ़, भागोराईयां, रामे, शाहवाला अंदरीशा, शेरपुर सधा, दीपेवाल, तरफहाजी, वाटांवाली, चन्नण विंडी व सरूपवाल शामिल हैं।
लोगों की जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए : रत्ती/पासी
पंजाब सरकार को एडवांस धुस्सी बांध को मजबूत करने के लिए बरसाती मौसम से पहले आगामी प्रबंध करने चाहिए थे, क्योंकि सरकार का कत्र्तव्य बनता है कि दरिया के साथ लगते गांवों में रहते लोगों की जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए। उक्त बात भाजपा अनुशासन कमेटी के चेयरमैन नरोत्तम देव रत्ती व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम पासी ने करते हुए कहा कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि जो बांध कमजोर हैं, उनको मजबूत करे।