Edited By Vaneet,Updated: 15 Jan, 2019 05:15 PM
उत्तर प्रदेश के बाद कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भी अकेले चुनावी जंग में उतरने बारे संभावनाओं को तलाशने में जुटी हुई है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस ...
जालंधर(धवन): उत्तर प्रदेश के बाद कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भी अकेले चुनावी जंग में उतरने बारे संभावनाओं को तलाशने में जुटी हुई है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अधिकांश नेताओं से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य वरिष्ठ नेता लगातार पश्चिम बंगाल को लेकर विचार विमर्श करने में लगे हुए हैं। इन नेताओं ने केन्द्रीय नेतृत्व के सामने यही राय रखी है कि पार्टी को पश्चिम बंगाल में भी अपने बलबूते पर सभी सीटों पर चुनाव लडऩा चाहिए।
कांग्रेसी हलकों ने बताया कि फिलहाल कांग्रेस नेतृत्व पश्चिम बंगाल में धीमी गति से आगे बढ़ रहा है तथा उसने अभी तक अकेले या अन्य पाॢटयों के साथ मिल कर चुनाव लडऩे बारे कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। बंगाल के कांग्रेसी नेताओं ने केन्द्रीय नेतृत्व के सामने यह तर्क दिए हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के परम्परागत क्षेत्रों जैसे मुर्शीदाबाद, मालधा व अन्य क्षेत्रों में घुसपैठ करने की कोशिशें की हैं। दूसरा तर्क उन्होंने दिया है कि अगर कांग्रेस ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ करती है तो उस स्थिति में राज्य सरकार के खिलाफ वोटें भाजपा की तरफ जा सकती हैं। तीसरा तर्क उन्होंने दिया है कि ममता बनर्जी सरकार के विरुद्ध नरम रुख अपनाने से कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं के अं दर निराशा की भावनाओं को जागृत करेगा।
दूसरी तरफ सी.पी.एम. की लीडरशिप कांग्रेस नेतृत्व के साथ पश्चिम बंगाल में कांग्रेस तथा सी.पी.एम. के आपसी गठजोड़ को लेकर एक राय बनाने में लगी हुई है। अभी सी.पी.एम. के मशवरे पर भी कांग्रेस नेतृत्व ने अंतिम निर्णय लेना है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सी.पी.एम. के साथ मिल कर चुनाव लड़ा था परन्तु गठजोड़ का अधिक लाभ नहीं मिल सका था। इसलिए अभी अनेकों विकल्प पार्टी के सामने मौजूद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में से 34 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी, जबकि कांग्रेस ने 4, सी.पी.एम. व भाजपा ने 2-2 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसलिए अभी पश्चिम बंगाल को लेकर अंतिम फैसला होना बाकी है।
अंतिम फैसला राहुल गांधी लेंगे
कांग्रेस द्वारा पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लडऩे या फिर अन्य पाॢटयों के साथ मिल कर चुनाव लडऩे बारे अंतिम फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लिया जाएगा। राहुल गांधी ने यू.पी. में तो कांग्रेस के सभी सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान करदिया है परन्तु पश्चिम बंगाल पर अभी उन्होंने अंतिम निर्णय लेना है। राहुल गांधी यह भी देखेंगे कि कल को चुनाव के बाद ममता बनर्जी से कांग्रेस को सहयोग की जरूरत रहेगी या नहीं। मौजूदा राजनीतिक हालात को देखकर ही वह अंतिम निर्णय पर पहुंच पाएंगे।