Edited By Vatika,Updated: 22 Oct, 2018 05:23 PM
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि भारत को विश्व गुरु की भूमिका फिर दिलाने में निजी क्षेत्र की भूमिका अहम रहेगी। नायडू ने यहां लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के 8वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में कहा,' किसी भी राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक...
जालधंर: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा कि भारत को विश्व गुरु की भूमिका फिर दिलाने में निजी क्षेत्र की भूमिका अहम रहेगी। नायडू ने यहां लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के 8वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में कहा,' किसी भी राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक बदलाव के लिए शिक्षा मुख्य स्रोत होती है और यह समाज में ज्ञान बढ़ाने के लिए नींव का काम करती है।
संस्थानों को विद्यार्थियों को विश्लेषणकर्ता तथा कौशल और नवीनता भरी सोच वाला नागरिक बनाना चाहिए।नायडू ने कहा कि उच्च शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भारत के प्राचीन गौरव को पुन: स्थापित करना है। भारत को कभी विश्व गुरु के रूप में जाना जाता था और यहां की यूनिवर्सिटी श्रेष्ठता का केंद्र होती थीं। भारत के विश्व गुरु के गौरव को पुन: प्राप्त करने के लिए निजी क्षेत्र को अहम भूमिका निभानी होगी। श्री नायडू ने दीक्षांत समारोह में 70 से अधिक देशों के विद्यार्थियों को डिग्रियां और प्रमाणपत्र प्रदान किये। इसके अतिरिक्त उन्होंने 54 विद्यार्थियों को पीएचडी की डिग्री तथा 98 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल भी प्रदान किए।
भारत के गोल्डन स्टेट पंजाब में पहुंचकर अत्यधिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति ने सभी को पंजाबी भाषा में संबोधित किया और कहा, 'सत श्री अकाल, अज्ज दियां मुबारकां, इत्थे आके मैं बड़ा खुश हां‘‘मैं एल पी यू को बधाई देना चाहूंगा कि यह उत्साह, उमंगों और नवीनताओं से भरी युवा यूनिवर्सिटी है। यह विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रति वचनवद्ध है जिससे 21वीं सदी में वे वैश्विक समाज की चुनौतियों का सामना करने के काबिल हो जायेंगे।' उन्होंने कहा कि सही शिक्षा युवाओं को देश की प्रगति की ओर बढ़ाती है और साथ-साथ देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी कायम रखती है।