Edited By swetha,Updated: 16 Dec, 2018 08:28 AM
अगले साल जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू होने जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग हासिल करने के उद्देश्य से नगर निगम ने जो प्रयास शुरू कर रखे हैं उसके तहत निगम कमिश्रर दीपर्व लाकड़ा ने आदेश जारी करके शहर में मलबा फैंकने के लिए 4 स्थान चिन्हित...
जालंधर (खुराना): अगले साल जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू होने जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग हासिल करने के उद्देश्य से नगर निगम ने जो प्रयास शुरू कर रखे हैं उसके तहत निगम कमिश्रर दीपर्व लाकड़ा ने आदेश जारी करके शहर में मलबा फैंकने के लिए 4 स्थान चिन्हित किए हैं। इन आदेशों के अनुरूप अब अगर किसी ने मलबा फैंकना है तो उसे लद्देवाली, गांव सलेमपुर मुसलमाना, बडिंग या बस्ती बावा खेल के कबीर विहार (निकट बाबा ताबेशाह दरगाह) जाना होगा।
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए किसी भी शहर को बिल्डिंग मैटीरियल का मलबा फैंकने के लिए स्थान चिन्हित करने आवश्यक हैं। अब तक शहर में ऐसा कोई स्थान निर्धारित नहीं था जहां लोग मलबा फैंक सकें। इसलिए शहर में जगह-जगह मलबे के ढेर लगे हुए हैं। शायद ही कूड़े का कोई डम्प ऐसा हो जहां भारी मात्रा में मलबा न पड़ा हो। इसके अलावा बल्र्टन पार्क, डी.ए.वी. कालेज वाली नहर के निकट, 120 फुट रोड, प्रताप बाग, गढ़ा तथा अन्य स्थानों पर मलबा ही मलबा बिखरा हुआ है।
मात्र दिखावा साबित हो रहे स्वच्छता एप
केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षणों में इस बात के भी नम्बर दिए जा रहे हैं कि शहरियों के मोबाइल फोन में कितने स्वच्छता एप डाऊनलोड हो चुके हैं। पिछले साल नगर निगम ने स्वच्छता के काम में लोगों की भागीदारी दिखाने के लिए स्वच्छता एप डाऊनलोड करने का अभियान चलाया था, जिसके तहत हजारों एप डाऊनलोड किए गए। हैरानी की बात यह है कि अगर 10,000 स्वच्छता एप डाऊनलोड हुए तो उसमें से 100 लोग भी इस एप का प्रयोग करते दिखाई नहीं दे रहे। इस प्रकार यह स्वच्छता एप मात्र दिखावा साबित हो रहे हैं। अब फिर निगमाधिकारियों ने स्वच्छता एप डाऊनलोड करने का अभियान छेड़ रखा है, जिसके तहत हर निगम कर्मचारी को कम से कम 50 एप डाऊनलोड करने का लक्ष्य दिया है।