Edited By Vatika,Updated: 28 Jun, 2018 11:15 AM
नेता विपक्ष रहते समय जगदीश राज राजा ने जालंधर में स्वीपिंग मशीन घोटाले को 25 करोड़ का घोटाला बताकर खूब हंगामा किया था परन्तु अकाली-भाजपा सरकार ने इतने शोर-शराबे के बावजूद किसी प्रकार की जांच करवाने का प्रयास नहीं किया।
जालंधर(खुराना): नेता विपक्ष रहते समय जगदीश राज राजा ने जालंधर में स्वीपिंग मशीन घोटाले को 25 करोड़ का घोटाला बताकर खूब हंगामा किया था परन्तु अकाली-भाजपा सरकार ने इतने शोर-शराबे के बावजूद किसी प्रकार की जांच करवाने का प्रयास नहीं किया।
अब जगदीश राजा मेयर पद पर विराजमान हैं और अब उन्होंने स्वीपिंग मशीन के घोटाले की परतों को दोबारा उधेडऩा शुरू कर दिया है। मेयर राजा ने पार्षद हाऊस की बैठक में मामला उठाकर संकेत दे दिए हैं कि जल्द ही इस मामले में ठोस कार्रवाई होगी। पता चला है कि स्वीपिंग मशीन कांट्रैक्ट अलाट करते समय पूर्व कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा तथा पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने जैसी भूमिका निभाई, वह भूमिका मेयर राजा के निशाने पर है और कभी भी इन दोनों को लपेटे में लिया जा सकता है।
यह भी संकेत मिले हैं कि मेयर राजा स्वीपिंग मशीन घोटाले का मामला लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सामने उठा सकते हैं और उच्च स्तरीय जांच के आदेश करवा सकते हैं क्योंकि इन दिनों मेयर राजा का सीधा सम्पर्क नवजोत सिद्धू से है। अगर सिद्धू इस घोटाले प्रति संजीदा हुए तो जालंधर में अवैध बिल्डिंगों की तरह आने वाले समय में एक और हंगामा हो सकता है। स्वीपिंग मामले पर शहर की राजनीति गर्माने के आसार बने हुए हैं।