Edited By swetha,Updated: 16 Jul, 2018 08:06 AM
गढ़ा के दयानंद चौक के नजदीक रहने वाले ऑटो चालक विक्की ने फंदा लगाकर जान दे दी। विक्की उर्फ विक्रम ने कुछ समय पहले किस्तों पर ऑटो लिया था लेकिन काम न चलने के कारण वह किस्तें नहीं दे पा रहा था।
जालंधर (वरुण): गढ़ा के दयानंद चौक के नजदीक रहने वाले ऑटो चालक विक्की ने फंदा लगाकर जान दे दी। विक्की उर्फ विक्रम ने कुछ समय पहले किस्तों पर ऑटो लिया था लेकिन काम न चलने के कारण वह किस्तें नहीं दे पा रहा था।
बैंक वाले भी किस्तें लेने के लिए विक्की पर दबाव बना रहे थे जिस कारण उसने मौत को गले लगा लिया।विक्की की शादी 5 साल पहले गगनदीप कौर से हुई थी। उसकी 3 साल की बेटी भी है। विक्की ने कुछ समय पहले ही प्राइवेट जॉब छोड़कर आटो फाइनांस करवाया था। कुछ समय तो उसका काम ठीक रहा लेकिन बाद में काम न होने के कारण पैसों का जुगाड़ होना बंद हो गया।
गगनदीप कौर का कहना है कि उसका पति किस्तें नहीं दे पा रहा था जबकि फाइनांस करने वाले बैंक के कर्मी किस्तों के कारण दबाव बना रहे थे। पैसों का कहीं से भी इंतजाम न होने के कारण वह डिप्रैशन में आ गया। जैसे ही गगनदीप कौर ने पति का शव लटकता देखा तो उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने विक्की का शव उतारा व नजदीकी अस्पताल ले गए लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही थाना-7 की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। इंस्पैक्टर बलविंदर सिंह का कहना है कि धारा-174 की कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है।