Edited By Vaneet,Updated: 22 Feb, 2019 09:04 PM
इसमें कोई शक नहीं कि शहर में कूड़े की समस्या लगातार विकराल होती जा रही है जिसका एकमात्र हल छोटे-छोटे प्लांट ...
जालंधर(खुराना): इसमें कोई शक नहीं कि शहर में कूड़े की समस्या लगातार विकराल होती जा रही है जिसका एकमात्र हल छोटे-छोटे प्लांट लगाकर कूड़े को उसी जगह पर खत्म करने से ही सम्भव है। परंतु इस मामले में नगर निगम प्रशासन और निगम का राजनीतिक नेतृत्व आपसी तालमेल से काम नहीं कर रहा जिस कारण कूड़े को लेकर की जा रही हर प्लानिंग न केवल फेल हो रही है बल्कि इसमें अनावश्यक देरी भी होती जा रही है।
निगम प्रशासन ने शहर के चारो विधानसभा क्षेत्रों में प्रयोग के तौर पर दो-दो टन के कूड़े के छोटे प्लांट लगाने का जो प्रस्ताव तैयार किया था उसे लेकर काफी विरोध हुआ था जिसके बाद हाऊस में फैसला लिया गया कि विधायकों और पार्षदों की सलाह से जगह का चयन करके कूड़े के प्लांट लगाए जाएंगे। इस पर अमल न करते हुए निगम प्रशासन ने जब विधायक और पार्षदों से सलाह किए बगैर अपने स्तर पर कूड़े का प्लांट लगाने की तैयारियां शुरू की तो लोगों ने जबरदस्त विरोध कर दिया।
घटनाक्रम के अनुसार निगमाधिकारियों ने अपने स्तर पर फैसला लिया कि माडल टाऊन श्मशानघाट के पीछे सीवरेज बोर्ड की जो पांच एकड़ जमीन खाली पड़ी हुई है और जंगल का रूप ले रही है वहां साफ-सफाई करके 50-50 का एक कमरा बनाया जाए। जहां कूड़े का प्लांट लगाकर आसपास के वार्डों का कूड़ा यहीं खत्म किया जाए। इस प्लानिंग के चलते जब निगम प्रशासन ने सीवरेज बोर्ड वाली जमीन पर साफ-सफाई हेतु डिच मशीन भेजी तो कूड़े के प्लांट बाबत समाचार जंगल की आग की तरह फैल गया।
आसपास की कालोनियों के लोग विरोध पर उतर आए और लोगों ने उधर धरना लगा दिया जिसका नेतृत्व प्रधान जसविंद सिंह राजा, मनमीत सिंह सोढी, कमलजीत सिंह टोनी, सुनील चोपड़ा, सुरिंद्र पाल सिंह, अवतार सिंह, जगमोहन अरोड़ा, संजीव सेठी, सरिता भारती, ऋषि वालिया, सरोज मदान, अमन कालड़ा, ज्योति सभ्रवाल, सुनीता भारद्वाज इत्यादि ने किया और आरोप लगाया कि इस स्थान पर कूड़े का डम्प बना देने से पूरा क्षेत्र प्रभावित होता और आसपास की कालोनियों गार्डन कालोनी, ग्रीन माडल टाऊन, जी.टी.बी.नगर, बैंक एन्कलेव, हाऊसिंग बोर्ड कालोनी इत्यादि का वातावरण प्रदूषित होगा इसलिए यह प्लांट शहर से बाहर लगाया जाए।