Edited By Kalash,Updated: 18 Aug, 2022 10:04 AM
पंजाब की सत्ता पर काबिज हुई आम आदमी पार्टी की सरकार ने जालंधर स्मार्ट सिटी
जालंधर (खुराना): पंजाब की सत्ता पर काबिज हुई आम आदमी पार्टी की सरकार ने जालंधर स्मार्ट सिटी में पिछली कांग्रेस सरकार के समय दौरान हुए घोटालों और भ्रष्टाचार प्रति बड़ा एक्शन लेते हुए जालंधर स्मार्ट सिटी के एल.ई.डी. प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। स्टेट विजिलेंस की ओर से जांच का काम जालंधर स्थित विजिलेंस ब्यूरो को सौंपा गया है और एक सूचना के मुताबिक विजिलेंस के डी.एस.पी. मेजर सिंह इस सारे प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट पेश करेंगे।
नई और पुरानी लाइटों की संख्या में है बड़ी गड़बड़ी
एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट स्केंडल की बात करें तो पुरानी लाइटों और नई लगाई गई लाइटों की संख्या में बहुत बड़ी गड़बड़ी है। कंपनी ने 60 हजार पहले से लगी स्ट्रीट लाइटों को बदलने का कॉन्ट्रेक्ट लिया था परंतु अभी तक केवल 44 हजार पुरानी लाइटों को ही उतारा गया है और उस संबंधी स्टाक रजिस्टर में भी काफी गड़बड़ी पाई जा चुकी है।
कंपनी ने शहर में 72 हजार से ज्यादा नई लाइटें लगी हुई दिखाई हैं परंतु एक भी लाइट या खंभे पर नंबर नहीं लगा है जिस कारण नई लगी लाइटों को गिना ही नहीं जा सकता। कॉन्ट्रेक्ट से कहीं ज्यादा लाइटें लगवा कर अफसरों ने दिल्ली की कंपनी को खूब फायदा पहुंचाया।
थर्ड पार्टी और पार्षदों की कमेटी ने भी पकड़ी गड़बड़ी
इस प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच शुरू होने से पहले पंजाब सरकार की थर्ड पार्टी एजेंसी और पार्षद हाउस द्वारा गठित सात पार्षदों पर आधारित कमेटी इस प्रोजेक्ट की जांच करके कई गड़बड़ियां सामने ला चुकी है ।
जीएसटी और अन्य मदों में कंपनी को करीब 6 करोड़ रूपए का ज्यादा भुगतान किया गया । इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत दोगुनी कर दी गई और बिना सी.सी.एम.एस लगाए और नंबरिंग किए ही मेंटेनेंस के नाम पर कंपनी को 36 लाख रूपए का भुगतान भी कर दिया गया। कंपनी को अपना कंट्रोल रूम तक बनाने को नहीं कहा गया।
पूर्व सी.ई.ओ और पूर्व इलेक्ट्रिकल एक्सपर्ट को जांच में शामिल किया जाएगा
पता चला है कि एल.ई.डी प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच में स्मार्ट सिटी के पूर्व सी.ई.ओ. करनेश शर्मा और पूर्व इलेक्ट्रिकल एक्स्पर्ट लखविंदर सिंह को भी शामिल किया जाएगा जिनकी देखरेख में ही पूरा प्रोजेक्ट सिरे चढ़ा।
गौरतलब है कि करनेश शर्मा के बाद सी.ई.ओ. बनी दीपशिखा शर्मा और आई.ए.एस. दविंदर सिंह ने स्मार्ट सिटी से संबंधित एक भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए और मौजूदा सी.ई.ओ. दविंदर सिंह ने तो स्मार्ट सिटी के इलेक्ट्रिकल एक्स्पर्ट लखविंदर सिंह को नौकरी से निकालने के आदेश जारी कर दिए। विजिलेंस जांच के दौरान स्मार्ट सिटी के टीम लीडर कुलविंदर सिंह और निगम के नोडल ऑफिसर जौहल व अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ संभव है।
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