Edited By Vatika,Updated: 08 Dec, 2018 10:07 AM
कांग्रेसी सांसद चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार को अपनी नई एग्रो एक्सपोर्ट पॉलिसी में आलुओं की फसल को शामिल कर लेना चाहिए ताकि आलू उत्पादकों को लगातार हो रहे नुक्सान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि आलू उत्पादक पिछले कई वर्षों से आर्थिक...
जालंधर (धवन): कांग्रेसी सांसद चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार को अपनी नई एग्रो एक्सपोर्ट पॉलिसी में आलुओं की फसल को शामिल कर लेना चाहिए ताकि आलू उत्पादकों को लगातार हो रहे नुक्सान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि आलू उत्पादक पिछले कई वर्षों से आर्थिक नुक्सान झेलते आ रहे हैं, क्योंकि आलू की फसल का उन्हें पूरा भाव नहीं मिल रहा है। आलू को निर्यात करने से किसानों को फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा।
चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि जालंधर के किसान देशभर में आलू बीजों के उत्पादन के लिए मशहूर हैं, जोकि देशभर में आलू के बीज भेजते हैं। उन्होंने कहा कि आलू को अगर नए निर्यात नीति का हिस्सा बना दिया जाता है तो उससे विदेशों में पंजाब के आलुओं की मांग काफी बढ़ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय कैबिनेट ने 2020 तक कृषि निर्यात को दुगुना करने के लक्ष्य के साथ 2022 तक व्यापार को 30 बिलियन डालर से बढ़ाकर 60 अरब डालर तक ले जाने तथा अगले कुछ वर्षों तक इसे 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने भी कई बार इस मामले को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने उठाया है।