Edited By Bhupinder Ratta,Updated: 06 May, 2018 01:58 PM
आज के समय में घुटने खराब होने की समस्या केवल बजुर्गों को ही पेश नहीं आती बल्कि युवा वर्ग भी इसकी लपेट में आ रहा है। इसका मुख्य कारण जीवनशैली ठीक न होना है। घुटनों को खराब होने से बचाने के लिए नियमित व्यायाम के साथ जांच व समय पर इलाज होना जरूरी है।
जालंधर(रत्ता) : आज के समय में घुटने खराब होने की समस्या केवल बजुर्गों को ही पेश नहीं आती बल्कि युवा वर्ग भी इसकी लपेट में आ रहा है। इसका मुख्य कारण जीवनशैली ठीक न होना है। घुटनों को खराब होने से बचाने के लिए नियमित व्यायाम के साथ जांच व समय पर इलाज होना जरूरी है।
यह जानकारी एन.एच.एस. (नासा एंड हब सुपर स्पैशिएलिटी) अस्पताल, नजदीक स्पोर्ट्स कालेज, कपूरथला रोड, जालंधर के प्रमुख आर्थोपैडिक एंड ज्वाइंट रिप्लैसमैंट सर्जन डा. शुभांग अग्रवाल ने अस्पताल के आडिटोरियम में आयोजित जागरूकता सैमीनार के दौरान उपस्थिति को दी।
एन.एच.एस. अस्पताल के हैल्थ एजुकेशन प्रोग्राम के तहत करवाए गए इस सैमीनार का शुभारंभ किरण अग्रवाल, डी.ए.वी. मैनेजमैंट कमेटी की सदस्य रेखा कालिया भारद्वाज, डा. शुभांग अग्रवाल, डा. संदीप गोयल, डा. नवीन चिटकारा, डा. शैली गोयल, डा. विभा चिटकारा व डा. रिंकू अग्रवाल ने ज्योति प्रज्वलित करके दी।
डा. शुभांग अग्रवाल ने बड़े ही सरल ढंग से घुटनों संबंधी पेश आने वाली समस्याओं से बचने बारे समझाया व ‘रिन्यू युअर काॢटलेज’ प्रोग्राम की जानकारी दी। सैमीनार के दौरान फिजियोथैरेपी विभाग के प्रमुख डा. नीरज कत्याल व इंटरनैशनल सर्टीफाइड फिटनैस ट्रेनर बलराज खैहरा ने भी उपस्थिति को संबोधित किया। इस अवसर पर उपस्थित लगभग 150 लोगों का बोन डैनसिटी टैस्ट मुफ्त किया गया।