Edited By Vatika,Updated: 09 Nov, 2018 01:05 PM
माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर अमल करते हुए पंजाब में इस बार ग्रीन दीपावली मनाने के मामले में लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है, जिसके चलते पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा पंजाब के 6 अलग-अलग शहरों में वायु गुणवत्ता मापने के यंत्र से पता चला कि इस...
जालंधर(बुलंद): माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर अमल करते हुए पंजाब में इस बार ग्रीन दीपावली मनाने के मामले में लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है, जिसके चलते पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा पंजाब के 6 अलग-अलग शहरों में वायु गुणवत्ता मापने के यंत्र से पता चला कि इस बार पंजाब में पिछले वर्षों के मुकाबले वायु प्रदूषण रहा जिसके चलते विभाग ने राहत की सांस ली है।
मामले बारे जानकारी देते हुए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी अरुण कक्कड़ ने कहा कि मंडी गोबिंदगढ़, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर व पटियाला में लगाए गए वायु क्वालिटी मापक यंत्रों के डाटा से पता लगा है कि पंजाब का वायु गुणवत्ता सूचकांक इस बार औसतन 234 रहा है, जबकि पिछले साल दीपावली के दिन यह 328 था, जो कि इस बार 29 फीसदी कम हुआ है।
वहीं विभाग के चेयरमैन एस.एस. मरवाहा ने कहा कि पिछले वर्षों के मुकाबले दीपावली के पवित्र त्यौहार को इस बार लोगों ने पटाखों से प्रदूषित करने की जगह हरा-भरा और साफ -सुथरा बनाने की पहल की है, जिससे वातावरण में बेहद अच्छे नतीजे सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल पंजाब का पी.एम. 10 औसतन 430 था और पी.एम. 2.5 औसतन 225.63 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जबकि इस वर्ष यह औसतन क्रमश: 277 तथा 126 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकार्ड किया गया है। उन्होंने इस सफलता का सेहरा पंजाब के स्कूलों, कालेजों और वातावरण प्रेमियों को दिया।