Edited By Updated: 17 Dec, 2015 01:31 PM
मौजूदा सरकार चाहे लाख दावें करती रहे लेकिन उनके दावों की पोल अक्सर खुल ही जाती है।
जालंधर: मौजूदा सरकार चाहे लाख दावें करती रहे लेकिन उनके दावों की पोल अक्सर खुल ही जाती है। पंजाब सरकार का कहना है कि वो नशों को लेकर पूरी तरह प्रयासत है लेकिन आंकड़ों पर नजर दौड़ार्इ जाए तो यहां पर सरकार फेल होती नजर आ रही है।
पंजाब में नशा इस कद्र बढ़ गया है कि यहां के युवा इंजैक्शन लगाए बगैर रह नहीं पाते इन्हीं इंजैक्शनस की वजह से शुरू होती है एक बड़ी बीमारी की शुरूआत।
शायद आपको यकीन नहीं होगा कि पंजाब के हालात पूरे देश में इतने खराब हो चुके है कि इस बीमारी से छुटकारा पाना मुश्किल हो गया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पंजाब में बढ़ रहे एड्स के मरीजों की संख्या की। भले ही कहा जाता है कि एड्स नजायज संबंधों से पनपता है लेकिन एक ही सिरिंज का इस्तेमाल करना भी इसे बढ़ावा देता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार एड्स रोगियों की संख्या पंजाब में पहले की अपेक्षा 20 प्रतिशत बढ़ गर्इ है। हालांकि स्वास्थ्य सचिव हुसनलाल बढ़े हुए एड्स के मरीजों के अाकड़ों को अपनी सफलता मान रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि यहां अधिकतर लोग अपनी बीमारी पहले छिपाते थे लेकिन अब यह मरीज़ सामने आ रहे हैं, जिस कारण इनका इलाज शुरू हो गया है।
दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत ज्याणी ने इसे चिंता का विषय बताया है और इस मामले संबंधित कोई योजना बनाने की बात की है। फिलहाल इस भयानक बीमारी को रोकने के लिए पहले नशे को रोकना पड़ेगा तब ही एड्स के मरीजों की संख्या थोड़ी कम की जा सकती है।