Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jan, 2018 01:25 PM
एंटी करप्शन सोसाइटी ने प्रैस वार्ता के दौरान पी.टी.यू. में हुए घोटाले में शामिल अन्य नामों का खुलासा न होने की आशंका जताई है। सोसाइटी का कहना है कि अभी ऐसे कई बड़े नाम हैं जो उजागर नहीं हो पाए हैं। सोसाइटी के प्रधान जे.के. आनंद ने बताया कि 10 मार्च...
जालंधर(कमलेश): एंटी करप्शन सोसाइटी ने प्रैस वार्ता के दौरान पी.टी.यू. में हुए घोटाले में शामिल अन्य नामों का खुलासा न होने की आशंका जताई है। सोसाइटी का कहना है कि अभी ऐसे कई बड़े नाम हैं जो उजागर नहीं हो पाए हैं। सोसाइटी के प्रधान जे.के. आनंद ने बताया कि 10 मार्च 2011 से सोसाइटी ने पंजाब टैक्नीकल यूनिवॢसटी में हुई अवैध नियुक्तियों के साथ-साथ उच्च पद पर रहते हुए पद एवं पद की शक्तियों के अतिरिक्त पैसों के अवैध प्रयोग का मामला उठाया था जिसके अधीन जनहित याचिका पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में दायर करना शामिल था। इसके अतिरिक्त राज्यपाल को सोसाइटी के सदस्यों द्वारा एफिडेविट भी दिए गए थे जिसके आधार पर विजीलैंस ने पी.टी.यू. के पूर्व बी.सी. रजनीश अरोड़ा को गिरफ्तार किया था जिसे कि अब 14 दिन के ज्यूडीशियल रिमांड पर भेजा है।
उन्होंने कहा कि एन.ई.टी., आई.आई.टी. के लिए अकारण खर्चे गए एक 1.65 करोड़ रुपए में पी.टी.यू. के कई उच्चाधिकारी भागीदार हैं। पुलिस रिमांड में रजनीश अरोड़ा को आर.एस.एस. का एक बड़े नेता प्रतिदिन खाना पहुंचा रहा है जिससे यह प्रतीत हो रहा है कि इस घोटाले से इस आर.एस.एस. नेता के भी तार जुड़े हुए हैं। उनके पास एक आर.एस.एस. नेता के नाबालिग बेटे के अकाऊंट में करोड़ों रुपए के लेन-देन के सबूत हैं जिसे कि वह विजीलैंस के सामने प्रस्तुत करेंगे ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके।