Edited By swetha,Updated: 15 Jul, 2019 08:53 AM
पावर निगम 192 करोड़ रुपए खर्च कर बिजली सिस्टम सुधारने के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन सच्चाई कोसों दूर है।
जालंधर (पुनीत): पावर निगम 192 करोड़ रुपए खर्च कर बिजली सिस्टम सुधारने के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन सच्चाई कोसों दूर है। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही बारिश का सामना करने में पावर निगम का बिजली सिस्टम पूर्ण रूप से विफल साबित हुआ है। विभिन्न इलाकों में पड़े सैंकड़ों फाल्ट पब्लिक के लिए परेशानी की सबब बने।
बिजली उपभोक्ताओं द्वारा पावर निगम के कम्पलेंट सैंटर नम्बर 1912 पर कई बार शिकायतें करने के बावजूद समय पर फाल्ट का निवारण नहीं हो पाया। लोगों का कहना है कि पावर निगम के कर्मचारी फाल्ट ठीक करने के प्रति गम्भीर नहीं हैं जिसके चलते लोग परेशान रहे। जानकार बताते हैं कि पावर निगम के पास स्टाफ की बेहद शॉर्टेज है, जिसके चलते लोग शिकायतें तो करते हैं, लेकिन स्टाफ उपलब्ध नहीं होता। पावर निगम के अधिकारियों ने कहा कि विभाग द्वारा जल्द ही 3500 सहायक लाइनमैन भर्ती करके स्टाफ की कमी को दूर किया जा रहा है। इसी क्रम में आने वाले समय में और भी भॢतयां की जा सकती हैं।