Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2018 12:05 PM
पिछले लंबे समय से पूरे प्रदेश में जाली प्रदूषण सैंटरों और कई प्रदूषण जांच केन्द्रों में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर परिवहन विभाग के पास शिकायतें आ रही थीं, जिनको देखते हुए परिवहन विभाग द्वारा एक विशेष अभियान की शुरूआत की गई, जिसके तहत पूरे...
जालंधर(अमित): पिछले लंबे समय से पूरे प्रदेश में जाली प्रदूषण सैंटरों और कई प्रदूषण जांच केन्द्रों में बरती जा रही अनियमितताओं को लेकर परिवहन विभाग के पास शिकायतें आ रही थीं, जिनको देखते हुए परिवहन विभाग द्वारा एक विशेष अभियान की शुरूआत की गई, जिसके तहत पूरे प्रदेश में लाइसैंस के साथ और बिना किसी लाइसैंस के काम करने वाले प्रदूषण जांच केन्द्रों पर नकेल कसने के उद्देश्य से हर जिले में संबंधित अधिकारियों को औचक निरीक्षण कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इन्हीं निर्देशों के अंतर्गत ए.टी.ए (असिस्टैंट ट्रांसपोर्ट आफिसर) अमरीक सिंह की अध्यक्षता में विभाग की एक विशेष टीम ने गुरुवार को शहर में 3 प्रदूषण जांच केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने का काम पूरा किया। इस दौरान उनके साथ क्लर्क जतिंदर कुमार और पुलिस कर्मचारी भी उपस्थित थे। सैंटरों की जांच को लेकर ए.टी.ओ. द्वारा एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर हैड-आफिस में सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर बनती कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि जिले में लगभग 90 प्रदूषण जांच केन्द्र हैं, जिनमें से 33 शहर के अंदर स्थापित हैं। वैसे आमतौर पर प्रदूषण जांच सैंटरों में पैट्रोल व डीजल की अलग-अलग मशीनें होती हैं, मगर आधुनिक तकनीक के चलते अब एक ऐसी मशीन आई है, जिसमें दोनों की चैकिंग एक साथ की जा सकती है। ऐसी मशीनों में पैट्रोल और डीजल वाहनों के लिए अलग-अलग पाइप होती है और डिजीटल मशीनों में वाहनों के अंदर प्रदूषण के स्तर का बेहद सटीक आकलन किया जा सकता है।