Edited By Vaneet,Updated: 25 Jun, 2020 10:25 AM
सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधित बुनियादी ढांचे को विकसित करते हुए सभी 350 बैडों तक आक्सीजन पाइप की उपलब्धता को....
जालंधर(चोपड़ा): सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधित बुनियादी ढांचे को विकसित करते हुए सभी 350 बैडों तक आक्सीजन पाइप की उपलब्धता को विश्वसनीय बनाया जाए। उक्त निर्देश डिप्टी कमिश्नर (डी.सी.) घनश्याम थोरी ने जिले में कोरोना वायरस का ओर प्रभावशाली ढंग से मुकाबला करने को लेकर दिए। जिला प्रशासकी कांपलैक्स में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस कदम को उठाने का मुख्य उदेश्य अगामी दिनों में किसी भी जरूरत को पूरा करने को लेकर करना है। उन्होने कहा कि सिविल अस्पताल के कोविड केयर सैंटर में 100 प्रतिशत आक्सीजन पाइप से मुहैया करवाने के लिए जरुरी प्रबंध पूरे किए जाएं। उन्होंने एस.डी.एम्ज को कहा कि वह सिविल अस्पताल का दौरा करके इस काम को पूर्ण करने के लिए जरूरी प्रबंधों की पूरी देखरेख करें।
उन्होंने कहा कि जिले में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं। जिला प्रशासन किसी भी आपातकालिन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार और छिपे दुश्मन का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह समर्थ है। राज्य सरकार के पास महामारी का मुकाबला करने के लिए फंडों और मानवीय स्रोतों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि कोविड-19 का आपसी तालमेल से मुकाबला किया जाए।
इस अवसर पर एडिशनल डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल और जसबीर सिंह, एस.डी.एम. राहुल सिंधु, विनीत कुमार और जयइन्द्र सिंह, सैक्रेटरी आर.टी.ए. बरजिन्दर सिंह, डी.सी.पी. अरुण सैनी, सहायक कमिश्नर हरप्रीत सिंह और हरदीप सिंह, सिविल सर्जन डा. गुरिन्दर कौर चावला, मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. हरिन्दर सिंह, एस.एम.ओ. डा. जगदीश कुमार और अन्य उपस्थित थे।