Edited By Updated: 06 Aug, 2016 10:11 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा काल सर्प योग में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के कारण ही उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही...
जालन्धर(धवन): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा काल सर्प योग में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के कारण ही उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद से कभी कोई मुश्किल तो कभी कोई मुश्किल उनके सामने उभरती रही है। करनाल के ज्योतिषी पं. वेद प्रकाश जबाली ने कहा कि मोदी ने 26 मई 2014 को शाम 6.13 बजे चर लग्र तुला में शपथ ली थी तथा उनके सहयोगियों ने वृश्चिक स्थिर लग्र में शपथ ली।
उन्होंने कहा कि मोदी की शपथकालीन कुंडली में शनि उच्च स्थान में राहू के साथ विराजमान है जो इस बात का संकेत है कि मोदी को प्रधानमंत्री बनते ही मुश्किलों व परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ा। उन्होंने कहा कि 6 अक्तूबर 2017 तक चंद्रमा में शनि का अंतर रहेगा जो केंद्रीय सरकार के लिए अग्रि परीक्षा का समय होगा। इस दौरान मोदी को अनेक परेशानियों व संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। ग्रह और नक्षत्रों के अनुसार पार्टी की लोकप्रियता को जबरदस्त ठेस पहुंचेगी और मोदी की ईमानदारी पर भी प्रश्नचिन्ह लगेंगे जिसका कारण काल सर्प में शपथ लेना है। आने वाले चुनाव में अनेकों मुश्किलों का सामना उन्हें व उनकी पार्टी को करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि चीन, पाकिस्तान व कुछ अन्य राष्ट्र भारत के साथ कपटपूर्ण नीतियों का प्रयोग करेंगे। शांति वार्ताओं के बावजूद भी भारत के साथ विश्वासघाट का माहौल बनाए रखेंगे। 21 अगस्त तक शनि-मंगल के योग के कारण केंद्र सरकार में कुछ बेचैनी का माहौल बनेगा। 17 मार्च 2017 तक मोदी के लिए समय बहुत एतीहयात का रहेगा तथा उत्तर प्रदेश में भी महान घटना के संकेत हैं। शपथकालीन कुंडली काल सर्प कुंडली है जोकि नाना परेशानियों की ओर इशारा कर रही है।