Edited By Vatika,Updated: 21 Nov, 2018 10:09 AM
हाल में ही थाना मकसूदां में आतंकियों द्वारा किए गए ब्लास्ट में एस.एच.ओ. समेत 3 पुलिस जवान घायल हो गए थे। वारदात को हल करने में पुलिस को काफी भागदौड़ करनी पड़ी लेकिन सौभाग्यवश कमिश्नरेट पुलिस ने जम्मू-कश्मीर की पुलिस की मदद से वारदात को हल कर आतंकी...
जालंधर(शौरी): हाल में ही थाना मकसूदां में आतंकियों द्वारा किए गए ब्लास्ट में एस.एच.ओ. समेत 3 पुलिस जवान घायल हो गए थे। वारदात को हल करने में पुलिस को काफी भागदौड़ करनी पड़ी लेकिन सौभाग्यवश कमिश्नरेट पुलिस ने जम्मू-कश्मीर की पुलिस की मदद से वारदात को हल कर आतंकी काबू कर लिए। इसके बावजूद अभी तक थाना भार्गव कैम्प पुलिस के जवानों हेतु सुरक्षित नहीं है। कई पुलिस अधिकारी बदले लेकिन सुरक्षा को कोई पुख्ता नहीं करवा सका। जानकारी के मुताबिक थाना भार्गव कैप के पिछले हिस्से में मोहल्ला की गली पड़ती है और दीवार न होने के कारण हर कोई पिछले खाली हिस्से से थाने में आसानी से प्रवेश कर लेता है। दिन हो या रात, रास्ता खुला ही रहता है, जहां संतरी पहरा लगाना भी मुश्किल है।
सांड ने दिखाया पुलिस को डैमो
वहीं दीवार न होने के कारण पिछले खाली हिस्से से एक आवारा सांड थाने में प्रवेश कर उत्पात मचाकर पुलिस को डैमो दिखा दिया। सांड थाने में खड़े वाहन जोकि विभिन्न केसों में पुलिस ने जब्त कर रखे हैं, में से कभी मोटरसाइकिलों को सींग मारता तो कभी कारों के ऊपर चढ़ जाता। पुलिस जवानों ने डंडे दिखाकर सांड को भगाया और सांड पिछले हिस्से से बाहर चला गया। इस उत्पात को लोग अपने घरों की छतों पर खड़े होकर लाइव देख रहे थे।
पंजाब पुलिस के खिलाफ बदले की भावना रखते हैं खालिस्तान समर्थक
थाने में तैनात पुलिस जवानों के लिए यह खुला रास्ता सिरदर्द बनता जा रहा है, अमृतसर के निरंकारी भवन में आतंकी हमले में 3 मौतें होने से पता चलता है कि आतंकवादियों के मन्सूबे ठीक नहीं और वे तैयारी करके आए हैं। कुछ खालिस्तान समर्थकों के दिमाग में पंजाब पुलिस से बदले की भावना चल रही है और विदेशों से फंडिंग कर कश्मीरी आतंकवादियों का सहारा लिया जा रहा है, ताकि पंजाब में आतंक फैलाने के साथ-साथ विदेशों में बैठे खालिस्तानी पुलिस से बदला भी ले सकें लेकिन दूसरी ओर थाना भार्गव कैम्प की सुरक्षा के प्रति शायद सीनियर पुलिस अधिकारी सीरियस ही नहीं दिख रहे। थाने में तैनात पुलिस जवानों ने तो यहां तक कह दिया कि कई बार अधिकारियों को मौखिक व लिखित में लिखित दे चुके हैं कि दीवार जल्द बनाई जाए।
पुलिस पूरी तरह से है अलर्ट : डी.सी.पी.
डी.सी.पी. गुरमीत सिंह से जब इस बाबत पूछा गया कि थाने में सुरक्षा के प्रति पुलिस कितनी गंभीर है तो उनका जवाब था कि हर थाने में सुरक्षा पुख्ता है और पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। जैसे ही उनसे पूछा गया कि थाना भार्गव कैम्प की दीवार ही नहीं है तो यहां पुलिस कैसे सुरक्षित है, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था।
दीवार बनाने के लिए सीनियर अधिकारियों को कह चुके हैं : ए.सी.पी.
दूसरी ओर ए.सी.पी. वैस्ट सर्बजीत राय का कहना था कि दीवार बनाने के लिए वह अपने सीनियर अधिकारियों को कह चुके हैं और पत्र भी भेजे हैं। उनकी पूरी कोशिश है कि दीवार जल्द बने। हालांकि पिछली बार भी ए.सी.पी. सर्बजीत राय का यही कहना था कि दीवार जल्द बनेगी।