Edited By Updated: 06 Oct, 2016 04:56 PM
फिल्लौर-लुधियाना के बीच सतलुज दरिया के निकट 4 अक्तूबर को जेहलम एक्सप्रैस के 10 डिब्बे पटरी से उतरने के मामले में 3 इंजीनियर...
जालंधर(गुलशन): फिल्लौर-लुधियाना के बीच सतलुज दरिया के निकट 4 अक्तूबर को जेहलम एक्सप्रैस के 10 डिब्बे पटरी से उतरने के मामले में 3 इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए हैं। इनमें सीनियर डिवीजन एसपी बत्तरा, पी.डब्लयू.आई. विवेक कुमार और इंजीनियर मनीश कुमार शामिल है।
फिलहाल शुरुआती जांच में इंजीनियरिंग विभाग के 3 सीनियर सैक्शन इंजीनियर (पीवे) को निलंबित किया है। इसमे एक जालंधर व दूसरा लुधियाना का है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार की सुबह हुए इस हादसे के बाद फिरोजपुर मंडल से लेकर रेलवे हैडक्वार्टर तक पूरा रेलवे विभाग हिल गया था। हालांकि इस घटना में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन कई लोग घायल हो गए थे। प्रथम चरण में घटना का मुख्य कारण ट्रैक टूटना बताया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रेल ट्रैक में खराबी आने की जानकारी संबंधित विभाग को नहीं थी, हालांकि सूत्रों के मुताबिक 29 सितम्बर को रेल ट्रैक का अल्ट्रासोनिक टैस्ट भी हुआ था। जी.एम. व डी.आर.एम. ने खुद टूटे रेल ट्रैक की जांच की है। बताया जा रहा है कि ट्रैक को जंग लगा हुआ था। अगर पहले ही ट्रैक टूटा होता तो पहले 8 कोच आगे नहीं निकलते। इंजन के बाद 8 कोच निकलने के बाद पैंट्री समेत 10 कोच पटरी से उतरे। घटना के बाद बनाए गए ज्वाइंट नोट में भी घटना का कारण ट्रैक टूटना बताया गया, लेकिन पाथ-वे के अधिकारियों ने इसे मानने से इंकार कर दिया और डीसैंट नोट लिख दिया।