Edited By Vatika,Updated: 19 Jan, 2019 11:13 AM
मकसूदां थाने में आतंकियों द्वारा किए बम धमाके, सी.टी. इंस्टीच्यूट से पकड़े आतंकी व उनसे मिले घातक हथियारों के बावजूद जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने पुलिस लाइन की सुरक्षा को ताक पर रखा हुआ है।
जालंधर: मकसूदां थाने में आतंकियों द्वारा किए बम धमाके, सी.टी. इंस्टीच्यूट से पकड़े आतंकी व उनसे मिले घातक हथियारों के बावजूद जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने पुलिस लाइन की सुरक्षा को ताक पर रखा हुआ है।
पुलिस लाइन की सुरक्षा में आतंकी इसलिए सेंध लगा सकते हैं, क्योंकि ट्रैफिक पुलिस द्वारा टो की गई गाडिय़ों को बिना चैकिंग के पुलिस लाइन के भीतर खड़ा कर दिया जाता है और आतंकी इस बात का कभी भी फायदा उठा कर पुलिस लाइन के अंदर विस्फोटक या हथियार पहुंचा सकते हैं तथा हमले को अंजाम दे सकते हैं। ट्रैफिक पुलिस औसतन 70 गाडिय़ां हर रोज टो करके पुलिस लाइन के अंदर खड़ी करती है। नो-पार्किंग जोन में खड़ी गाडिय़ों की मौके पर चैकिंग तो मुश्किल है मगर पुलिस लाइन के अंदर भी बिना चैकिंग के एंट्री करके गाडिय़ां भीतर खड़ी कर दी जाती हैं। असामाजिक तत्व हथियारों व विस्फोटकों से भरी गाड़ी नो-पार्किंग जोन में खड़ी कर दें, टो वैन उसी गाड़ी को पुलिस लाइन के भीतर ले गई तो गाड़ी वापस लेने के बहाने पुलिस लाइन में घुसकर गाड़ी से हथियार निकालकर हमला कर सकते हैं। जिस जगह पर टो की गई गाडिय़ां खड़ी की जाती हैं, उसके आसपास सरकारी क्वार्टर बने हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ समय से पंजाब में जितने भी हमले हुए हैं वे पुलिस थानों में ही हुए। आतंकी मूसा को पंजाब में देखे जाने के बाद और खुफिया एजैंसियों द्वारा दिए इनपुट के चलते पंजाब भर में हाई अलर्ट है। इस बारे जब ए.सी.पी. जंग बहादुर शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस अलर्ट है लेकिन इस बात को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि शनिवार से कोई रणनीति तैयार की जाएगी और कोशिश होगी कि डॉग स्क्वायड से चैकिंग करवा कर ही गाडिय़ां पुलिस लाइन में दाखिल हों।