Edited By Anjna,Updated: 19 Mar, 2019 10:36 AM
जिला कांग्रेस देहाती से संबंधित ब्लाक कांग्रेस प्रधानों व देहाती हलकों से सबंधित सिटी प्रधानों की एक बैठक कांग्रेस कार्यालय में हुई, जिसमें सांसद संतोख चौधरी विशेष तौर पर शामिल हुए।
जालंधर(चोपड़ा): जिला कांग्रेस देहाती से संबंधित ब्लाक कांग्रेस प्रधानों व देहाती हलकों से सबंधित सिटी प्रधानों की एक बैठक कांग्रेस कार्यालय में हुई, जिसमें सांसद संतोख चौधरी विशेष तौर पर शामिल हुए। सांसद ने उपस्थित पदाधिकारियों को लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए कमर कसने का आह्वान करते हुए कहा कि देहाती क्षेत्रों में गांव स्तर पर कांग्रेस की कमेटियों को बनाने का काम पूरा किया जाए ताकि कांग्रेस चुनाव प्रचार में किसी भी हाल में पिछड़ न पाए।
कांग्रेस के कुछ ब्लाक प्रधानों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैठक के दौरान उन्होंने सांसद के सामने दुखड़ा रोया कि कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कुछ पदाधिकारियों ने यहां तक कहा कि वे कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने को दिन-रात एक कर देंगे, परंतु चुनावों में आलाकमान जिस नेता को टिकट देगी, वह उसके साथ हैं, पार्टी का हर फैसला उन्हें मंजूर होगा। एक नेता ने कहा कि आप पहले टिकट की हरी झंडी ले आओ, प्रचार में कोई कमी नहीं रहेगी। सूत्रों की मानें तो सांसद चौधरी बैठक के दौरान पदाधिकारियों को दिलासा देते रहे कि पार्टी ने उन्हें टिकट की हरी झंडी देते हुए प्रचार शुरू करने को कहा है। इस मौके पर परमिन्द्र सिंह मल्ली, दशविन्द्र कुमार, हरदेव सिंह पीता, देहाती कार्यालय के इंचार्ज लंबरदार हरपाल सिंह संधू व अन्य भी मौजूद थे।
ससुर के निधन के कारण सुक्खा लाली बैठक में नहीं हुए शामिल
जिला कांग्रेस देहाती के प्रधान सुखविन्द्र सिंह सुक्खा लाली के ससुर का अकस्मात् निधन हो गया जिस कारण वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए थे। सुक्खा लाली ने बताया कि यूं तो बैठक उन्होंने ही रखवाई थी, परंतु उन्हें अंतिम संस्कार की रस्म में शामिल होने के लिए गुरुहरसहाय जाना पड़ा।
जालंधर लोकसभा हलका से टिकट के अन्य दावेदारों ने भी गतिविधियां की तेज
सांसद संतोख चौधरी के स्थान पर जालंधर लोकसभा हलका से टिकट पाने को लेकर कांग्रेस नेताओं में होड़ लगी हुई है और हरेक नेता आश्वस्त है कि पार्टी हाईककमान को मिली फीडबैक के चलते उन्हें चुनावों में प्रत्याशी बनाया जाएगा जिसको लेकर टिकट के दावेदारों ने भी अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं और वे स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ मुलाकातें व बैठकों का दौर शुरू किए हुए हैं। इसके अलावा उक्त नेताओं ने चंडीगढ़ व दिल्ली दरबार में भी अपनी जोर-आजमाइश शुरू कर दी है, परंतु पंजाब में चुनाव आखिरी चरण 19 मई को होने के कारण प्रत्याशियों के चयन का मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में है, क्योंकि कांग्रेस हाईकमान का सारा ध्यान उन प्रदेशों पर केंद्रित है, जहां पहले व दूसरे चरण के चुनाव होने हैं। वर्णनीय है कि जालंधर सीट से पूर्व सांसद मोहिन्द्र सिंह के.पी., विधायक सुशील रिंकू, पूर्व मंत्री सरवन सिंह फिल्लौर भी टिकट के दावेदारों की दौड़ में शामिल हैं।