Edited By Vatika,Updated: 22 May, 2018 10:50 AM
नगर निगम ने आज महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शहर को जहां 20 सैक्टरों में बांट दिया, वहीं शहर की सभी 2.92 लाख प्रापर्टीज को यू.आई.डी. नम्बर अलॉट कर दिया है। इसके लिए निगम ने अपनी वैबसाइट में एक सर्च पैनल स्थापित कर दिया है, जिसके माध्यम से अब हर कोई अपने...
जालंधर (खुराना): नगर निगम ने आज महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शहर को जहां 20 सैक्टरों में बांट दिया, वहीं शहर की सभी 2.92 लाख प्रापर्टीज को यू.आई.डी. नम्बर अलॉट कर दिया है। इसके लिए निगम ने अपनी वैबसाइट में एक सर्च पैनल स्थापित कर दिया है, जिसके माध्यम से अब हर कोई अपने घर या किसी भी प्रापर्टी का यू.आई.डी. नम्बर पता कर सकता है।
गौरतलब है कि नगर निगम ने कई माह पहले शहर में जी.आई.एस. सर्वे शुरू करवाया था। दाराशाह कम्पनी ने इस कार्य हेतु शहर को 20 सैक्टरों में बांट कर हर सैक्टर में हर तरह की प्रापर्टी तक पहुंच कर सर्वे किया और कुल 2.92 लाख प्रापर्टीज का पता लगाया। इन प्रापर्टीज के सभी विवरण मकान, प्लॉट व गली नम्बर, मालिक, कुल व्यक्ति, कुल एरिया, बिल्टअप एरिया तथा वाटर सीवर कनैक्शनों के बारे में पूर्ण जानकारी सर्वे के माध्यम से इकट्ठी कर ली गई है। सर्वे करने वाली टीमों ने सर्वे करते समय घरों, दुकानों इत्यादि के बाहर मार्कर पैन से यू.आई.डी. नम्बर लिखा था, परंतु ज्यादातर जगहों पर पेंट होने या अन्य कारणों की वजह से यू.आई.डी. नम्बर मिट गए हैं। अब निगम की वैबसाइट पर सर्च पैनल के माध्यम से लोग अपनी प्रापर्टी का
यू.आई.डी. नम्बर तुरंत प्राप्त कर सकते हैं।
ऐसे प्राप्त करें अपना यू.आई.डी. नम्बर
सबसे पहले एमसीजालंधरडॉटइन वैबसाइट खोलें। बाएं हाथ पर सर्च पैनल दिखेगा, जिसमें अपना या पिता का नाम, मोहल्ला, मकान नंबर या मोबाइल नंबर इत्यादि भरकर यू.आई.डी. नम्बर प्राप्त किया जा सकता है।
टैक्स चोरों के बुरे दिन आएंगे
जो लोग निगम को वाटर टैक्स या प्रापर्टी टैक्स नहीं देते अथवा कम देते हैं उन टैक्स चोरों के बुरे दिन आने वाले समय में आएंगे, क्योंकि अगले चरण में निगम सभी को इस सर्वे के माध्यम से टैक्स के दायरे में लाएगा। जो लोग कम टैक्स देते हैं, उनके यू.आई.डी. नंबर सर्च करते ही पूरी डिटेल निगम के सामने आ जाएगी। अब कमर्शियल संस्थानों में घरेलू मीटर या घरेलू टैक्स रेट नहीं चल पाएगा।