Edited By Vatika,Updated: 23 Feb, 2019 10:41 AM
पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसिज यूनियन की तरफ से 9 दिन से जारी कलमछोड़ हड़ताल को फिलहाल 26 फरवरी तक स्थगित किए जाने से जिले के सारे सरकारी दफ्तरों में शुक्रवार को रूटीन कामकाज शुरू हुआ। इस दौरान लगभग सारे दफ्तरों में जनसैलाब उमड़ा देखने को मिला।...
जालंधर(अमित): पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसिज यूनियन की तरफ से 9 दिन से जारी कलमछोड़ हड़ताल को फिलहाल 26 फरवरी तक स्थगित किए जाने से जिले के सारे सरकारी दफ्तरों में शुक्रवार को रूटीन कामकाज शुरू हुआ। इस दौरान लगभग सारे दफ्तरों में जनसैलाब उमड़ा देखने को मिला। बड़ी गिनती में लोग अपने रुके हुए काम करवाने के लिए दफ्तरों में पहुंचे।
गौर हो कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पिछले 2 हफ्तों से सरकारी दफ्तरों से संबंधित आम जनता के कोई भी काम नहीं हो सके थे। सरकारी विभागों से संबंधित अलग-अलग सेवाओं के 5 से 6 हजार आवेदन पैंङ्क्षडग पड़ चुके हैं व डी.सी. दफ्तर में पैन्डैंसी का ग्राफ भी काफी बढ़ चुका है जिसे निपटाने में कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पंजाब रोडवेज की वर्कशॉप में बने आधुनिक ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर शुक्रवार सुबह अप्रत्याशित भीड़ देखने को मिली। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह से लेकर शाम तक लगभग 800 आवेदन स्वीकार किए गए। सब-रजिस्ट्रार बिल्डिंग में भी भारी भीड़ देखने को मिली व दोपहर को एकदम से पूरे प्रदेश में आई सर्वर की तकनीकी खराबी के कारण लगभग 1 घंटा तक रजिस्ट्रेशन का कामकाज बाधित हुआ।
सरकार ने मांगें न मानीं तो फिर हो सकती है हड़ताल
हालांकि दफ्तरी स्टाफ को सरकार द्वारा इस बात का आश्वासन दिया गया है कि उनकी मांगों को कैबिनेट मीटिंग में हर हाल में पूरा कर दिया जाएगा, मगर इस बात की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि अगर किसी वजह से सरकार ने मांगें न मानीं तो कर्मचारियों की हड़ताल फिर से शुरू हो सकती है।
सोमवार को सी.एम. के दौरे की वजह से जनता का कामकाज हो सकता है प्रभावित
जहां पिछले 2 हफ्तों से कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आम जनता के काम नहीं हो सके, वहीं हड़ताल खुलने के बाद भी सोमवार को सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह के जालंधर दौरे की वजह से आम जनता का काम प्रभावित हो सकता है क्योंकि अधिकतर अधिकारी व कर्मचारी सी.एम. के दौरे में वी.आई.पी. ड्यूटी पर व्यस्त रहेंगे।