Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 11:54 AM
आयकर विभाग को केन्द्र सरकार से प्राप्त निर्देशों के बाद उसने अब रिकवरी सर्वे करने भी शुरू कर दिए हैं। आयकर विभाग के प्रिंसीपल कमिश्नर के निर्देशों पर विभाग की अतिरिक्त आयुक्त रेंज-1 बलविन्द्र कौर, आई.टी.ओ. दलजीत सिंह, सुनील ऐरी व प्रभु दयाल ने आज...
जालंधर (विशेष): आयकर विभाग को केन्द्र सरकार से प्राप्त निर्देशों के बाद उसने अब रिकवरी सर्वे करने भी शुरू कर दिए हैं। आयकर विभाग के प्रिंसीपल कमिश्नर के निर्देशों पर विभाग की अतिरिक्त आयुक्त रेंज-1 बलविन्द्र कौर, आई.टी.ओ. दलजीत सिंह, सुनील ऐरी व प्रभु दयाल ने आज बूटा मंडी स्थित महे एंड कम्पनी का रिकवरी सर्वे किया। यह कम्पनी पूर्व मेयर सुरिन्द्र महे की है।
सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार ने आयकर विभाग के अधिकारियों को निर्देश भेजे हैं कि जिन करदाताओं से विभाग ने वर्षों पुराना टैक्स वसूल करना है, उनके अब रिकवरी सर्वे शुरू कर दिए जाएं। रिकवरी सर्वे अपने प्रकार का एक वशिष्ठ सर्वे है। इस सर्वे के तहत 5 लाख या अधिक की बकाया पड़ी टैक्स राशि को वसूल करने के लिए विभाग द्वारा अब और भी रिकवरी सर्वे किए जाएंगे। जिन करदाताओं ने विभाग के खिलाफ अपीलें दायर की हुई हैं, उनसे 10 प्रतिशत की राशि जमा करवाई जा रही है।
जालंधर में ही कई करदाताओं ने 10 से 15 वर्षों से अपना टैक्स जमा नहीं करवाया है। उनकी बकाया पड़ी राशि को लेकर सूचियां तैयार कर ली गई हैं तथा अगले कुछ दिनों में रिकवरी सर्वे तेज कर दिए जाएंगे। भारत सरकार ने आयकर विभाग को यह भी निर्देश दिए हैं कि रिकवरी सर्वे करते समय बकाया पड़ी राशि को मौके पर ही वसूल किया जाए या उसके चैक संबंधित पार्टी से ले लिए जाएं। भारत सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि अगर कोई पार्टी रिकवरी सर्वे के बावजूद अपने बकाया टैक्स का भुगतान नहीं करती है तो उनके विरुद्ध और सख्त कार्रवाई की जाए। रिकवरी सर्वे उन करदाताओं के किए जाएंगे, जिन्हें पहले ही कई बार नोटिस थमाए जा चुके हैं।