Edited By Vatika,Updated: 19 Sep, 2018 01:03 PM
175 करोड़ का लोन लेते वक्त पी.एन.बी.के पास गिरवी रखी गई 577 करोड़ की प्रापर्टी में से 289 करोड़ की प्रापर्टी की पी.एन.बी. द्वारा रिवैल्यूएशन शुरू करवा दी गई है ताकि इसे नीलाम करने के प्रोसैस को आगे बढ़ाया जा सके। पी.एन.बी. द्वारा गुरु गोबिंद सिंह...
जालंधर (पुनीत): 175 करोड़ का लोन लेते वक्त पी.एन.बी.के पास गिरवी रखी गई 577 करोड़ की प्रापर्टी में से 289 करोड़ की प्रापर्टी की पी.एन.बी. द्वारा रिवैल्यूएशन शुरू करवा दी गई है ताकि इसे नीलाम करने के प्रोसैस को आगे बढ़ाया जा सके। पी.एन.बी. द्वारा गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम को फिलहाल रिवैल्यूएशन से बाहर रखा गया है, लेकिन आने वाले समय में कलैक्टर की अनुमति मिलने के बाद जब स्टेडियम को नीलाम करने का प्रोसैस आगे बढ़ेगा तो उसकी भी रिवैल्यूएशन करवाई जाएगी।
अपने वैल्यूअर से शुरू करवाई गई रिवैल्यूएशन में 170 एकड़ स्कीम एन्क्लेव, गुरुगोबिंद सिंह एवेन्यू, 94,97 एकड़ सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन स्कीमों के प्लाट इत्यादि शामिल हैं। बैंक ने अपनी तरफ से सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब नीलामी के घटनाक्रम का अंतिम पड़ाव चल रहा है। 112 करोड़ रुपए के पैंडिंग लोन के चलते बैंक द्वारा उक्त कदम उठाया गया है। बैंक को राशि दे पाने में असमर्थ इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट किरकरी से बचने के लिए खुद ही अपनी प्रापर्टी की नीलामी करवाने जा रहा है। ट्रस्ट की चिंता का विषय करोड़ों रुपए की इन्हांसमैंट है जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट में अधिकारियों की पेशी हो रही है। सरकार से जो ट्रस्ट द्वारा मदद मांगी गई है उसके आने वाले दिनों में जो घटना क्रम होने वाला है वह देखने वाला होगा, क्योंकि ट्रस्ट को 225 करोड़ रुपए से अधिक की आवश्यकता है। देखना होगा कितनी मदद मिलती है।
कल से शुरू होगा इन्हांसमैंट निर्धारित करने का काम
कर्मचारी चुनावी ड्यूटी पर व्यस्त हैं जिसके चलते सभी कामकाज ठप्प पड़े हैं। ट्रस्ट दफ्तर आने वाले लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। 19 चुनाव होने के बाद 20 सितम्बर से इन्हांसमैंट की राशि निर्धारित करने का काम शुरू हो जाएगा। ट्रस्ट द्वारा पिछले कई मीटिंगें की गई लेकिन यह फाइनल नहीं हो पाया कि सूर्या एन्क्लेव के प्लाट धारकों से कितनी इन्हांसमैंट वसूली जानी है। इसी घटना क्रम में आज सूर्या एन्क्लेव निवासियों ने ट्रस्ट की ई.ओ. सुरिन्द्र कुमारी से मुलाकात कर इन्हांसमैंट के बारे में बातचीत करते हुए इन्हांसमैंट राशि का विरोध किया। इलाका निवासियों ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा अपनी कमाई से इन्हांसमैंट देनी चाहिए, जबकि इसके विपरीत लोगों पर इसका बोझ डाला जा रहा है।
94.97 एकड़ स्कीम में फिर से होने लगे कब्जे
ट्रस्ट द्वारा 94.97 एकड़ स्कीम में कई स्थानों पर कब्जे हटाए गए थे, लेकिन आज फिर से कुछ एक स्थान पर लोगों द्वारा निर्माण कर कब्जे करने शुरू कर दिए गए। लोगों का कहना है कि इस संबंध में ट्रस्ट अधिकारियों को फोन किया गया लेकिन इसका उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिला। उक्त स्थान पर सुपरिंटैंडिंग इंजीनियर द्वारा कब्जे हटवाए गए थे, वहीं अजीत नगर की ओर जाती सड़क से जो कब्जे हटवाए गए थे उन पर अभी तक सड़क नहीं बन पाई है। ट्रस्ट अधिकारियों के दावे थे कि कुछ ही दिनों में सड़क बन जाएगी जबकि इस बात को अब 1 माह से अधिक का समय हो चुका है।