Edited By Vatika,Updated: 24 Jan, 2019 11:03 AM
पहले नियम था कि हाईवे से 100 मीटर एरिया तक नॉन-कंस्ट्रक्शन एरिया रहेगा, जोकि सरकार द्वारा कम करके 5 मीटर तक कर दिया गया जिसके चलते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट सूर्या एन्क्लेव में हाईवे के पास वाली जमीन को नीलाम करवाने जा रहा है।
जालंधर(पुनीत): पहले नियम था कि हाईवे से 100 मीटर एरिया तक नॉन-कंस्ट्रक्शन एरिया रहेगा, जोकि सरकार द्वारा कम करके 5 मीटर तक कर दिया गया जिसके चलते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट सूर्या एन्क्लेव में हाईवे के पास वाली जमीन को नीलाम करवाने जा रहा है। इलाका निवासी इसे पार्क बताते हैं और नीलामी का विरोध कर रहे हैं। 100 मीटर एरिया में करवाई जाने वाली नीलामी ट्रस्ट के गले की फांस बनने लगी है क्योंकि साइट प्लान तब क्या था और अब कैसे बदला, इस बात को लेकर दुविधा बनने लगी है। भाजपा नेता विवेक खन्ना ने इस संबंध में ट्रस्ट के चेयरमैन दीपर्वा लाकड़ा, ई.ओ. सुरिन्द्र कुमारी से मुलाकात कर लोगों का पक्ष रखा है। उन्होंने लिखित में ट्रस्ट से 3 जवाब मांगे हैं और इसका मांग पत्र दिया है। इसमें पूछा गया है कि ट्रस्ट ने जब यह कालोनी काटी थी तो उस समय नियम 100 मीटर तक नॉन-कंस्ट्रक्शन एरिया छोडऩे का था, उस समय ट्रस्ट ने इस एरिया को किस हिसाब से छोड़ा, नक्शे में साइट प्लान क्या बनाया गया। यह भी पूछा गया है कि उक्त जमीन को मिस लैंड यूज (कमर्शियल) व पैट्रोल पंप की साइट हेतु सरकार ने क्या मंजूरी दी?
पिछली नीलामी से इसे निकालना लोगों का प्लस प्वाइंट
लोगों का कहना है कि पिछली बार इस जमीन की नीलामी करवाने हेतु जब प्रपोजल तैयार की गई थी तो लोगों ने इसका विरोध जताया था, जिसके उपरांत नीलामी से यह जमीन निकाल दी गई। लोगों का कहना है कि यदि इस जमीन की नीलामी को रद्द नहीं किया गया तो वह कानून का सहारा लेंगे। पिछली बार इस जमीन को नीलामी से निकालना लोगों का प्लस प्वाइंट है। इसी बात को लेकर ट्रस्ट को कोर्ट में घेरा जाएगा। लोगों ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा जो पंफ्लैट इत्यादि बांटे गए थे, उसमें उक्त जमीन को पार्क बताया गया था, लेकिन अब ट्रस्ट धक्का करने की कोशिश कर रहा है।
ई.ओ. ने इंजीनियरिंग ब्रांच से मांगी रिपोर्ट
वहीं ई.ओ. सुरिन्द्र कुमारी द्वारा इंजीनियरिंग ब्रांच से रिपोर्ट मांगी गई है। उन्हें इस जमीन की साइट के बारे में जानकारी नहीं है, इसलिए पता किया जाएगा कि ट्रस्ट ने इस जमीन को नीलामी में किस ढंग से रखा। ई.ओ. ने कहा कि लोगों ने इस संबंध में उनसे संपर्क किया है, जल्द ही रिपोर्ट आ जाएगी। पिछली बार नीलामी का विरोध होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उस समय किन कारणों से इस जमीन को नीलामी से निकाला गया, इसके बारे में पता करेंगे।