Edited By Vatika,Updated: 16 Oct, 2018 11:58 AM
एक ओर पंजाब सरकार 19 मार्च 2018 से पहले की सारी अवैध कालोनियों को रैगुलर करने के लिए योजनाबंदी करने में लगी है, वहीं दूसरी ओर कालोनाइजर विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलकर अवैध कालोनियां कटवाकर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। जे.डी.ए. के...
जालंधर (बुलंद): एक ओर पंजाब सरकार 19 मार्च 2018 से पहले की सारी अवैध कालोनियों को रैगुलर करने के लिए योजनाबंदी करने में लगी है, वहीं दूसरी ओर कालोनाइजर विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलकर अवैध कालोनियां कटवाकर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। जे.डी.ए. के अधीन आते जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर व नवांशहर में ही 100 के करीब अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं जिनसे अवैध निर्माणों को तो बढ़ावा मिल ही रहा है, सरकार की कार्यप्रणाली भी स्वालों के घेरे में आ गई है। जानकारों के अनुसार उक्त स्थानों पर मार्च 2018 के बाद से सैंकडों अवैध प्लाट काटे गए हैं।
बाजवा व सिद्धू को क्यों नहीं दिखती अवैध कालोनियां : भंडारी
भाजपा के वरिष्ठ नेता के.डी.भंडारी का कहना है कि कांग्रेस सरकार के मंत्री तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा एक ओर बयान देते हैं कि किसी हाल में अवैध निर्माण नही होने देंगे और ऐसा करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी लेकिन दूसरी ओर सिद्धू आए दिन जालंधर आकर हंगामा करने लगते हैं। क्या इन्हें जे.डी.ए. के क्षेत्र में कटी सैंकड़ों अवैध कालोनियां दिखाई नहीं देती। जालंधर के पास एक गांव में ही कुछ राजनीतिक लोगों ने मिलकर 5 अवैध कालोनियां काटी हैं। अगर शहर में एक गरीब आदमी छोटा-सा शैड भी डाल ले तो नगर निगम वाले डिच लेकर पहुंच जाते हैं पर अवैध कालोनियां काट रहे लोगों के साथ मिलकर जे.डी.ए. वाले अपने प्लाट बुक कर रहे हैं।
कालोनाइजर तां अंदर होऊ ही, पहलां अफसर टंगूंगा : बाजवा
मामले बारे बोलते हुए केबिनेट मंत्री हाऊसिंग डिवैल्पमैंट तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा ने कहा कि जब सरकार अवैध कालोनियों को रैगुलर करने के लिए योजना ला रही है तो कैसे किसी की हिम्मत कि अवैध कालोनियां काटे। मैंने सारे विभाग को निदेर्श जारी किए हैं किसी हाल में कहीं भी अवैध कालोनी या अवैध निर्माण नहीं होना चाहिए। जे.डी.ए. के कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं तो इसकी विजीलैंस जांच करवाई जाएगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा- गलत कम्म करने वाला कालोनाइजर तां अंदर होऊ ही, पहलां अफसर टंगूंगा।