Edited By Vatika,Updated: 20 Jul, 2018 09:32 AM
120 फुट रोड के किनारे स्थित बाग आहलूवालिया मोहल्ला निवासी राकेश कुमार का परिवार हर वक्त यही दुआ करता है कि जालंधर में बारिश ही न हो। उसकी दुआ में दम भी है, क्योंकि यह परिवार पिछले 15 सालों से नगर निगम के भ्रष्टतंत्र का खमियाजा भुगत रहा है। राकेश...
जालंधर(खुराना) : 120 फुट रोड के किनारे स्थित बाग आहलूवालिया मोहल्ला निवासी राकेश कुमार का परिवार हर वक्त यही दुआ करता है कि जालंधर में बारिश ही न हो। उसकी दुआ में दम भी है, क्योंकि यह परिवार पिछले 15 सालों से नगर निगम के भ्रष्टतंत्र का खमियाजा भुगत रहा है। राकेश कुमार गरीब होने के बावजूद क्षेत्र के पानी निकासी के मसले को अदालतों तथा ह्यूमन राइट कमीशन तक ले जा चुका है परन्तु पैसों की कमी के कारण अभी तक उसे इंसाफ लेने में देरी हो रही है।
घटना तब की है जब 15-20 साल पहले नगर निगम ने 120 फुट रोड पर पड़ते छप्पड़ को खत्म कर दिया था और उस छप्पड़ में पड़ते पानी निकासी वाले चैम्बर को बिना हल निकाले तोड़ दिया था। बाद में 120 फुट रोड निकाली गई और ढंडार मंदिर तथा आसपास की सड़कों को बार-बार बनाकर उसका लैवल ऊंचा कर दिया गया जिस कारण बाग आहलूवालिया मोहल्ला हर बार बरसाती पानी में डूबता रहा। कई लोगों ने लाखों रुपए खर्च करके अपने मकान ऊंचे करवा लिए परन्तु पैसों की कमी के चलते राकेश कुमार यह भी न कर सका।
गत दिवस हुई बरसात में जब उसका घर पानी में पूरा डूब गया तो उसने 100 नम्बर पर फोन करके पुलिस को बुलाया और निगमाधिकारियों विरुद्ध पुलिस केस दर्ज करने की तैयारी की। राकेश कुमार का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी अदालतों तथा ह्यूमन राइट कमीशन में झूठे एफीडेविट दे चुके हैं कि बरसाती पानी की समस्या का हल किया जा चुका है जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। आज भी जरा-सी बरसात में 120 फुट रोड पानी में डूब जाती है जहां करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। राकेश कुमार अब निगम के भ्रष्ट तथा झूठे एफीडेविट देने वाले अधिकारियों को अदालत में घसीटने की तैयारी कर रहा है।