Edited By Updated: 17 Nov, 2015 08:40 PM
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश प्रधान और पूर्व राज्यसभा सांसद अवतार सिंह करीमपुरी ने सिख धर्म के प्रचार में लगे संत...
जालंधर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश प्रधान और पूर्व राज्यसभा सांसद अवतार सिंह करीमपुरी ने सिख धर्म के प्रचार में लगे संत रणजीत सिंह ढडरियां वाले, प्रचारक पंथ प्रीत सिंह तथा बाबा दलेर सिंह को अकाली-भाजपा सरकार द्वारा नजरबंद किए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है।
करीमपुरी ने कहा कि बादल ऐसा करके संविधान से मिली व्यक्तिगत आजादी को खत्म करने में लगे हुए हैं। इस तरह प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। बादल इन प्रचारकों के कीर्तन दरबार भी नहीं होने दे रहे हैं और इस तरह से इन्हें प्रदेश में गुरबाणी का प्रचार-प्रसार करने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि बादल ङ्क्षहदू राष्ट्र के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। करीमपुरी ने कहा कि बादल पुलिस के माध्यम से ऐसा कर सिख धर्म के प्रचार-प्रसार में लगी शख्सियतों को दबा नहीं सकते। प्रदेश के लोग बादल को उनकी इस तानाशाही का जवाब आने वाले विधानसभा चुनाव में देंगे।
करीमपुरी ने कहा कि जिस तरह बादल के शासन में सिखों पर गोलियां चलाई जा रही हैं, उसी तरह गरीबों-दलितों को भी में गोलियों का निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने जबाल क्षेत्र में दलितों पर गोलियां चलाए जाने की घटना की कड़ी ङ्क्षनदा की और कहा कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए। करीमपुरी ने कहा कि बादल ने सिख संगतों के आगे अपनी गलती के लिए माफी मांगी है। इससे स्पष्ट है कि बादलों ने गलतियां की हैं और इसके बदले में माफी नहीं, बल्कि बादल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कई शैक्षणिक संस्थाओं की ओर से पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत दाखिल हुए अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को परेशान किया जा रहा है और उनके रोल नंबर भी रोके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थियों का रोल नंबर रोक कर उनका भविष्य न खराब करे और प्रदेश सरकार पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत राशि तुरंत जारी करे। बसपा एससी विद्यार्थियों के साथ किसी भी तरह की तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेगी।