Edited By Sunita sarangal,Updated: 18 Feb, 2020 01:54 PM
पंजाब सरकार द्वारा लोगों से ‘काऊ सैस’ की वसूली को लेकर राजनीति गरमा गई है।
जालंधर(मुनीश, विक्रम): पंजाब सरकार द्वारा लोगों से ‘काऊ सैस’ की वसूली को लेकर राजनीति गरमा गई है। पशुओं की संभाल को लेकर आज जालंधर में किसानों द्वारा रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। इस रोष प्रदर्शन में जालंधर के अलग-अलग गांवों से किसान ट्रकों में पशुओं को इकट्ठा कर जालंधर डी.सी. दफ्तर में छोडेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि डी.सी. साहिब को एक मांग पत्र 4 फरवरी को दिया जा चुका है, जिसमें 17 फरवरी तक आवारा पशुओं का हल करने की मांग की गई थी। किसानों ने बताया कि 17 फरवरी तक डी.सी. द्वारा कोई हल नहीं किया गया, इसलिए आज यह प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार काऊ सैस ले रही है परन्तु आवारा पशुओं को संभाल नहीं रही। जानकारी के अनुसार 84 के करीब पशुओं से भरी ट्रालियों को डी.सी. दफ्तर में छोड़ा जाएगा। किसानों ने कहा कि सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं के कारण सड़क हादसे हो रहे हैं और लोग अपनी जानें गंवा रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल पंजाब के जनरल सैक्रेटरी हरमिन्दर सिंह खहरा ने बताया कि उन्होंने डी.सी. साहिब को नोटिस दिया था, लेकिन फिर भी प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि आवारा पशु किसान की फसलों को खराब कर रहे हैं। इसके लिए प्रशासन और पंजाब सरकार जिम्मेदार है। पंजाब के मुख्यमंत्री को चाहिए कि जितना काऊ सैस इकट्ठा किया जाता है, वह गौशालाओं में लगाया जाए।