Edited By Vatika,Updated: 07 Dec, 2018 12:00 PM
संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेदकर के परिनिर्वाण दिवस पर स्थानीय अम्बेदकर चौक में स्थापित उनके स्मारक की दुर्दशा देखकर गुस्साए दलित समाज ने आज सांसद संतोख चौधरी के खिलाफ उस समय जमकर भड़ास निकाली जब सांसद मेयर जगदीश राज राजा, प्रदेश महिला कांग्रेस...
जालंधर(चोपड़ा): संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेदकर के परिनिर्वाण दिवस पर स्थानीय अम्बेदकर चौक में स्थापित उनके स्मारक की दुर्दशा देखकर गुस्साए दलित समाज ने आज सांसद संतोख चौधरी के खिलाफ उस समय जमकर भड़ास निकाली जब सांसद मेयर जगदीश राज राजा, प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रवक्ता व पार्षद डा. जसलीन सेठी, सीनियर डिप्टी मेयर सुरिन्द्र कौर, हरजिन्द्र लाडा व अन्य नेताओं के साथ डा. अम्बेदकर को श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे।
पहले से ही स्मारक की सफाई में जुटे अम्बेदकर सेना व भारतीय मूल निवासी मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने सांसद चौधरी व नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सांसद व अन्य कांग्रेसियों को डा. अम्बेदकर की प्रतिमा को श्रद्धासुमन अर्पित करने से रोक दिया। इस दौरान सेना व मोर्चा के सदस्य स्मारक को जाते रास्ते पर ही धरना लगाकर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों की सांसद चौधरी, मेयर जगदीश राजा व तैनात पुलिस अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। मौके पर तैनात ए.डी.सी.पी. परमिन्द्र सिंह भंडाल की अगुवाई में तैनात पुलिस बल ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में किया। आखिरकार संतोख चौधरी ने सफाई व्यवस्था न होने को लेकर माफी मांगकर जान छुड़ाई और वह जेब में से रूमाल निकाल कर प्रतिमा को साफ करने को मजबूर हुए, जिसके बाद उन्हें डा. अम्बेदकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने दिए गए।
दलित समुदाय के लोगों ने संतोख चौधरी पर दलित सांसद होने के बावजूद दलितों से भेदभाव करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेदकर के परिनिर्वाण दिवस होने के बावजूद जानबूझ कर स्मारक की व्यवस्था सुधारने की तरफ कोई तव्वजो नहीं दी गई जिस कारण उनकी भावनाओं को भारी ठेस पहुंची है। सांसद दिन में कई बार इस स्मारक के आगे से गुजरते हैं परंतु उन्होंने कभी भी बाबा साहेब के स्मारक के रख-रखाव की तरफ ध्यान नहीं दिया।