Edited By Vatika,Updated: 06 Dec, 2018 10:28 AM
सरकार की तरफ से असला लाइसैंस बनाने व रिन्यू करवाने से पहले सिविल अस्पताल में डोप टैस्ट करवाने के दौरान आने वाले लोगों में से कुछ लोग विवाद करते हैं।हालात ये हो जाते हैं कि स्टाफ को धमकी तक दी जाती है।
जालंधर(शौरी): सरकार की तरफ से असला लाइसैंस बनाने व रिन्यू करवाने से पहले सिविल अस्पताल में डोप टैस्ट करवाने के दौरान आने वाले लोगों में से कुछ लोग विवाद करते हैं।हालात ये हो जाते हैं कि स्टाफ को धमकी तक दी जाती है।
अक्सर लोग निर्धारित समय के बाद लेट आकर जल्दी डोप टैस्ट करवाने का दबाव भी स्टाफ पर डालते हैं। लैबोरेटरी में तैनात एक स्टाफ कर्मी ने बताया कि डोप टैस्ट उनके लिए मुसीबत बन गया है। सोमवार से लेकर शुक्रवार को सुबह 9 बजे से लेकर 12 बजे तक ही टैस्ट होता है लेकिन कुछ लोग बाद दोपहर 1 बजे के बाद आ जाते हैं।
यहां रोजाना 20 से ज्यादा डोप टैस्ट होते हैं।आज भी किट खत्म होने के बाद ही तुरंत डोप टैस्ट किट अस्पताल में पहुंच गई थी जिसके बाद 29 के करीब लोगों का टैस्ट हुआ। स्टाफ का तो यहां तक कहना था कि टैस्ट रिपोर्ट में एक कालम होना चाहिए कि टैस्ट करवाने आने वाले कहीं स्टाफ से बदतमीजी तो नहीं कर रहे। यदि व्यक्ति ने बदतमीजी की है तो उसका लाइसैंस कैंसिल होना चाहिए।