Edited By Updated: 26 Sep, 2016 01:35 PM
बीते दिन बस्ती बावा खेल नहर से निज्जरां नहर तक मिले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अंग 1987 में अमृतसर के प्रकाशक जवाहर सिंह किरपाल सिंह एंड कम्पनी द्वारा तैयार किए गए थे।
जालंधर : बीते दिन बस्ती बावा खेल नहर से निज्जरां नहर तक मिले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अंग 1987 में अमृतसर के प्रकाशक जवाहर सिंह किरपाल सिंह एंड कम्पनी द्वारा तैयार किए गए थे। जांच के पश्चात अमृतसर पुलिस ने प्रकाशक जवाहर सिंह किरपाल सिंह एंड कम्पनी के मालिक रघुबीर सिंह को हिरासत में ले लिया है। सोमवार सुबह एस.आई.टी. के इंचार्ज एस.पी. परमिंदर सिंह भंडाल के नेतृत्व में टीम अमृतसर जाकर प्रकाश रघुबीर सिंह से पूछताछ करेगी।
यह जानकारी पुलिस कमिश्नर अॢपत शुक्ला ने आज रात पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उनके साथ डी.सी.पी. हरजीत सिंह भी मौजूद रहे। पुलिस कमिश्नर अॢपत शुक्ला ने बताया कि बीते दिन नहर से मिले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अंगों की जांच के लिए पुलिस द्वारा एस.जी.पी.एस. के एक्सपर्ट को बुलाया गया।
एक्सपर्ट टीम ने आज अंगों की जांच के बाद बताया कि उक्त अंग 1987 में प्रकाशक जवाहर सिंह किरपाल सिंह एंड कम्पनी, पुस्तकां वाला बाजार, अमृतसर द्वारा तैयार किए गए हैं।
यह भी बताया गया कि उक्त अंग श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी प्रकाशित करने के लिए प्रूफ के तौर पर तैयार किए गए हैं। अंगों पर प्रकाशक का नाम भी सामने आया। ऐसी पुख्ता जानकारी हासिल होते ही अमृतसर पुलिस से सम्पर्क करके प्रकाशक रघुबीर सिंह को वहां हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस कमिश्नर शुक्ला ने बताया कि सुबह एस.आई.टी. के इंचार्ज परमिन्द्र सिंह भंडाल के नेतृत्व में कमिश्नरेट जालंधर की टीम अमृतसर जाकर रघुबीर सिंह से पूछताछ करेगी कि इतने साल पुराने छपे उक्त अंग अब यहां कैसे पहुंचे? एक सवाल के जवाब में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि बेशक उक्त अंग प्रूफ हैं, लेकिन बेअदबी तो अवश्य हुई है।