सिविल अस्पताल में दाखिल महिला का हाल पूछने आए विधायक टीनू व स्टाफ में तनातनी

Edited By Vatika,Updated: 17 Dec, 2018 09:49 AM

civil hospital jalandhar

पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और लगता है कि अब सरकारी दफ्तरों में अकाली विधायकों की आवभगत में कमी आ रही है। सिविल अस्पताल में ऐसा ही नजारा आज देखने को मिला जब आदमपुर के अकाली विधायक पवन टीनू सिविल अस्पताल में डिलीवरी के लिए दाखिल अपने हलके की महिला...

जालंधर(शौरी): पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और लगता है कि अब सरकारी दफ्तरों में अकाली विधायकों की आवभगत में कमी आ रही है। सिविल अस्पताल में ऐसा ही नजारा आज देखने को मिला जब आदमपुर के अकाली विधायक पवन टीनू सिविल अस्पताल में डिलीवरी के लिए दाखिल अपने हलके की महिला का हालचाल जानने पहुंचे तो उनके तथा स्टाफ के बीच तनातनी की स्थिति देखने को मिली।

टीनू के मुताबिक कांग्रेस राज में सरकारी कर्मचारी लापरवाह हो रहे हैं और उन्होंने इस बाबत सिविल सर्जन को भी फोन कर मामला उनके नोटिस में पहुंचाया है। विधायक पवन टीनू ने बताया कि उनके हलके में पड़ते गांव कंगनीवाल निवासी महिला परमिंद्र कौर पत्नी मनप्रीत सिंह गर्भवती हालत में गत दिवस सिविल अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में दाखिल हुई। महिला की देखभाल न होने के चलते उसके पति ने कहीं से उनका मोबाइल नंबर लेकर उन्हें शिकायत की। आज सुबह करीब 9 बजे वह खुद महिला का हालचाल जानने के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि महिला की देखभाल तो दूर, उसे टाइम पर दवाइयां आदि भी नहीं दी जा रही थीं।

पहले कर रहे थे रैफर, सिविल सर्जन तक बात पहुंची तो करवाई डिलीवरी
टीनू ने बताया कि स्टाफ ने महिला के परिजनों को कह दिया था कि महिला की हालत सीरियस है और उसे प्राइवेट अस्पताल ले जाओ, सिविल अस्पताल में उसकी डिलीवरी नहीं हो सकती। महिला के परिजन पैसे खर्च करने में सक्षम न होने के कारण डिलीवरी सिविल अस्पताल में ही करवाना चाहते थे। टीनू ने कहा कि उन्हें वार्ड में उपचाराधीन बाकी महिलाओं ने भी बताया कि उनकी केयर भी ठीक तरीके से नहीं हो रही और स्टाफ बदतमीजी करता है। इस बाबत उन्होंने सिविल सर्जन को सूचित किया तो तुरंत ही डाक्टर व स्टाफ सदस्य उनके पास आ गए और महिला का उपचार शुरू हुआ। आखिरकार डाक्टर ने माना कि वह महिला की डिलीवरी सिविल अस्पताल में ही करेंगे और कुछ घंटों के बाद उन्हें बताया गया कि महिला की कोख से बेटी पैदा हुई है। यदि वह अस्पताल न आते तो महिला को यहां से रैफर करने की तैयारी चल रही थी।

टीनू के खिलाफ एकजुट हो सकते हैं डाक्टर व स्टाफ
सिविल अस्पताल आना शायद विधायक टीनू को महंगा पड़ सकता है क्योंकि उनके खिलाफ स्टाफ व डाक्टर एकजुट हो सकते हैं। जच्चा-बच्चा वार्ड में तैनात एक स्टाफ सदस्य का आरोप है कि विधायक टीनू ने उसके साथ बदसलूकी मरीजों व उनके परिजनों के सामने कर डाली। और तो और एक डाक्टर से भी टीनू ने कथित तौर पर गलत व्यवहार किया। उन्होंने शिकायत सीनियर मैडीकल आफिसर डा. कुलविंद्र कौर को कर दी है। सूत्रों से पता चला है कि स्टाफ टीनू के खिलाफ एक्शन के मूड में है और लिखित में भी अपने सीनियर आफिसरों को उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा। सिविल सर्जन डा. राजेश बग्गा ने भी कहा कि डा. कुलविंद्र कौर ने उन्हें फोन पर बताया कि विधायक टीनू स्टाफ से बदतमीजी करके गए हैं। नहीं की है किसी से बदसलूकी : टीनू वहीं विधायक टीनू का कहना है कि उन्होंने किसी के साथ कोई बदसलूकी नहीं की बल्कि महिला की मदद करने के लिए वह अस्पताल आए थे। वह अपने हलके के लोगों की सेवा-सहायता के लिए दिन-रात खड़े हैं।


500 से लेकर 1 हजार तक बधाई लेने के लगाए आरोप
विधायक टीनू ने यह भी आरोप लगाया कि डिलीवरी के बाद महिलाओं के परिजनों से धक्के से 500 से लेकर 1 हजार की राशि लेने की बातें सामने आती रहती हैं। पैसे न देने पर लोगों को स्टाफ रौब दिखाता है। दर्जा चार कर्मी 500 लेते हैं जबकि नॄसग स्टाफ 1 हजार लेता है। वह यह बात पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को बताएंगे कि कांग्रेस के शासन दौरान सरकारी अस्पतालों का हाल क्या हो जाता है। अकाली-भाजपा के शासन दौरान कभी ऐसे हालात नहीं हुए थे।

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