Edited By Vatika,Updated: 04 Jun, 2018 09:32 AM
तेज धूप और झुलसाती गर्मी के कारण लोगों के हाल बेहाल हो चुके हैं। स्वस्थ आदमी की भी गर्मी से हालत बिगड़ जाती है तो सोचिए कि गर्भवती महिलाओं का क्या हाल होता होगा जब अस्पताल में उपचार के दौरान उनके वार्ड में लगे ए.सी. महज शोपीस बनकर लगे हों और सर्विस...
जालंधर (शौरी): तेज धूप और झुलसाती गर्मी के कारण लोगों के हाल बेहाल हो चुके हैं। स्वस्थ आदमी की भी गर्मी से हालत बिगड़ जाती है तो सोचिए कि गर्भवती महिलाओं का क्या हाल होता होगा जब अस्पताल में उपचार के दौरान उनके वार्ड में लगे ए.सी. महज शोपीस बनकर लगे हों और सर्विस को तरस रहे हों। हालत देखकर हर कोई यही पूछता है कि क्या मैटरनिटी वार्ड के ए.सी. सर्दी के मौसम में ठीक होंगे।
जी हां, सिविल अस्पताल परिसर में स्थापित जच्च-बच्चा बिल्डिंग में बने मैटरनिटी वार्ड में इन दिनों गर्भवती महिलाओं का हाल-बेहाल हो चुका है। वार्ड में गर्भवती महिलाओं के लिए लगे ए.सी. खराब हो चुके हैं तो कुछ की सर्विस करना अस्पताल प्रशासन इस साल भूल चुका है। वार्ड में गर्मी और उमस दौरान गर्भवती महिलाएं ठंडी हवा को तरस रही हैं। उनका पसीना सुखाने के लिए उनके परिजन हाथ के पंखे या फिर फाइल से उन्हें हवा देते नजर आ रहे हैं। एक स्टाफ सदस्य ने बताया कि लेबर रूम (डिलीवरी रूम) में लगे दोनों ए.सी. खराब हैं और डिलीवरी के दौरान महिलाओं को गर्मी से बेचैन होना पड़ता है। मरीजों के परिजन इस बात को लेकर उनसे विवाद करते हैं कि ए.सी. ठीक करवाओ, इस बाबत मैडीकल सुपरिंटैंडैंट दफ्तर में कई बार कहा जा चुका है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
खुद पैसे खर्च कर सर्विस करवाता है स्टाफ
वहीं स्टाफ का तो यहां तक कहना है कि उनके कमरे में लगे ए.सी. की पिछले साल खुद पैसे खर्च कर उन्होंने सर्विस करवाई थी और इस साल भी खुद ही पैसे खर्च करने पड़े। अब लगता है कि मरीजों के ए.सी. ठीक करवाने के लिए मरीजों से ही पैसे मांगने पड़ेंगे।